रोहतक: लॉकडाउन की वजह से बंद पड़ी फैक्ट्रियों में फंसे प्रवासी मजदूरों ने सरकार और प्रशासन के दावों की पोल खोलकर रख दी. सरकार के लाख दावों के बाद भी इन प्रवासी मजदूरों की बेबसी कोई नहीं समझ पाया.
अब हालात ये हो चले हैं कि इन्हें राशन की दुकानों में उधार मिलना भी बंद हो चुका है और मकान मालिक भी किराये के लिए लगातार दबाव बना रहा है, क्योंकि जिन फैक्ट्रियों में ये लोग काम करते हैं वो पिछले 2 महीने से बंद पड़ी है.
अब मजदूरों ने सरकार को चेतावनी दे डाली कि चाहे पुलिस से टकराना पड़े या सरकार से हम लोग वो करेंगे जो हमें नहीं करना चाहिए. प्रवासी मजदूरों ने कहा कि अब हम पैदल ही अपने घरों की तरफ जाएंगे, ताकि हम भी अपनों के पास पहुंच सकें.