रोहतक : बीजेपी के पूर्व राज्य मंत्री मनीष ग्रोवर (Manish Grover) को बंधक बनाए जाने के मामले में शनिवार को हुड्डा काम्पलेक्स स्थित भाजपा कार्यालय में भाजपा नेताओं की मीटिंग हुई. इस मीटिंग में किलोई में बीजेपी नेताओं को बंधक बनाने का ठीकरा कांग्रेस के सिर फूटा. मीटिंग के दौरान भाजपा नेताओं ने कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा (Bhupinder singh Hooda) पर साजिश रचने का आरोप लगाया है. इस दौरान भारी तादाद में भाजपा कार्यकर्ताओं ने छोटू राम चौक पर पहुंचकर कांग्रेस पार्टी और भूपेंद्र सिंह हुड्डा के खिलाफ नारेबाजी की. इसके अलावा (BJP Workers Burnt Bhupinder Hooda Effigy) कांग्रेस और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा का पुतला दहन कर विरोध जताया.
प्रदर्शन के दौरान सांसद अरविंद शर्मा और पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर सहित सैकड़ों कार्यकर्ता पहुंचे थे. सांसद अरविंद शर्मा और पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर ने कहा कि ये भूपेंद्र सिंह हुड्डा और दीपेंद्र सिंह हुड्डा की साजिश है. बंधक बनाने वाले सभी लोग भूपेंद्र हुड्डा और दीपेंद्र हुड्डा के कार्यकर्ता थे. कांग्रेस चाहती है कि लोगों का आपसी भाईचारा खराब हो लेकिन भाजपा इस तरह की किसी भी घटिया मानसिकता को बर्दाश्त नहीं करेगी.
ग्रोवर बोले- हुड्डा खाप के लोगों ने कहा राम-राम करने को: किलोई के शिव मंदिर में भाजपा नेताओं के बंधक बनाए जाने के मामले में मनीष ग्रोवर ने कहा कि किलोई में गलतफहमी की वजह से पैदा हुए विवाद को शांतिपूर्वक समाप्त कर दिया गया. किसी बात को लेकर गांव वाले प्राचीन शिव मंदिर के बाहर इक्ट्ठा हो गए थे. यह मामला क्षमा याचना का नहीं था, बल्कि एक गलतफहमी का था. उन्होंने कहा कि जैसे ही गांव वालों को वास्तविकता का अहसास हुआ, पूरा का पूरा मामला फौरन शांत हो गया.उन्होंने कहा कि हुड्डा खाप के कुछ लोग उनके पास आए थे और एक बार सबको राम-राम करने को कहने लगे. इसके बाद सभी को मैने राम-राम कर दी और मामला समाप्त हो गया. यही नहीं ग्रोवर ने यह भी कहा कि हमने किसी से कोई क्षमा नहीं मांगी है. दरअसल लोगों में गलतफहमी थी जिसे दूर कर दिया गया है.
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