रोहतक: करौर गांव में गैंगवार के चलते दिवाली के दिन अंधाधुंध फायरिंग कर मोहित की हत्या की वारदात को अंजाम देने के मुख्य आरोपी जतिन को पुलिस ने उसके एक साथी के साथ गिरफ्तार कर लिया है. इन दोनों आरोपियों को बुधवार को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से 7 दिन की पुलिस रिमांड पर लिया गया है. पुलिस ने दोनों आरोपियों के पास से 4 पिस्तौल और 40 राउंड कारतूस बरामद किए हैं. इन दोनों आरोपियों का संबंध छाजू गैंग से बताया जा रहा है.
दिवाली के दिन बुझाया घर का चिराग- 12 नवंबर को दिवाली के दिन कारौर गांव में 6 हमलावरों ने अंधाधुंध फायरिंग करते हुए गोली मारकर मोहित की हत्या कर दी थी. मोहित के पिता अजीत की शिकायत पर आईएमटी पुलिस स्टेशन में इस संबंध में कारौर गांव निवासी जतिन, कपिल, पुलकित और तीन अन्य के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 148,149, 302, 307, 379 बी और शस्त्र अधिनियम की धारा के तहत केस दर्ज हुआ था.
सरेआम बरसाई गोली- पुलिस में दी शिकायत में अजीत ने बताया था कि वारदात के दिन वो ट्रैक्टर लेकर धान बेचने के लिए रोहतक अनाज मंडी गया था. धान बेचने के बाद दोपहर करीब एक बजे वापस गांव पहुंचा और बेटे मोहित को फोन पर कॉल कर घर आकर बीज के कट्टे उतरवाने के लिए कहा. मोहित ने बताया कि वह अजय की बाइक लेकर घर आ रहा था. जब वो कुम्हारों वाली गली में पहुंचा तो कारौर निवासी जतिन, कपिल, पुलकित और 3 अन्य युवकों ने हथियारों से अंधाधुंध फायरिंग कर दी. गोली लगने के बावजूद मोहित बाइक गिराकर गली में भागा लेकिन हमलावरो ने उसका पीछा किया और कई गोली मार दी.
पुलिस ने मानेसर से किया गिरफ्तार- एसपी हिमांशु गर्ग ने इस हत्याकांड की जांच का जिम्मा अपराध जांच शाखा प्रथम और द्वितीय की अलग-अलग टीमों को सौंपा. डीएसपी सांपला राकेश मलिक ने बताया कि अपराध जांच शाखा प्रथम की टीम को मुख्य आरोपी जतिन और उसके साथी के बारे में मुखबिर के जरिए सूचना मिली थी. पुलिस टीम ने छापेमारी कर गुरुग्राम के मानेसर से कारौर निवासी जतिन और टिटौली रोहतक निवासी सोनू उर्फ भोलू को गिरफ्तार कर लिया. इससे पहले पुलिस टीम ने फरीदाबाद की पर्वतीय कॉलोनी निवासी आरोपी प्रशांत उर्फ अंशुल और टिटौली निवासी रोहित उर्फ मोटा को गिरफ्तार कर चुकी है. दोनों आरोपी फिलहाल न्यायिक हिरासत में जेल में बंद हैं.
गैंगवार में 20 लोगों की हो चुकी है हत्या- कारौर गांव में छाजू गैंग और अनिल छिपी गैंग के बीच कई साल से दुश्मनी चल रही है. जिसके चलते दोनों पक्ष के 20 लोगों की हत्या हो चुकी है. वर्ष 2013 में जतिन के पिता श्रीभगवान की झज्जर के पास दुलीना में पुलिस हिरासत में हत्या कर दी गई थी. 2018 में जतिन के चाचा आनंद की हत्या हुई थी. आनंद की हत्या में कारौर निवासी मोहित भी गिरफ्तार हुआ था. मोहित पर आनंद की रेकी करने का आरोप था. जिसका बदल लेते हुए जतिन ने अपने साथियों के साथ मिलकर मोहित की हत्या कर दी.