रोहतकः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चंडीगढ़ एयरपोर्ट का नाम शहीद ए आजम भगत सिंह (Shaheed e Azam Bhagat Singh) के नाम पर रखने की घोषणा कर दी है. प्रधानमंत्री की घोषणा के बाद अब इस पर श्रेय लेने की होड़ मच गई गई है. इस होड़ में हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री एवं विधानसभा में विपक्ष के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा भी शामिल हो गये हैं. भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा है कि चंडीगढ़ एयरपोर्ट का नाम शहीद भगत सिंह के नाम पर रखने का प्रस्ताव सबसे पहले उन्होंने ही रखा था.
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा (Bhupender singh hooda Haryana ) ने बताया कि उस समय पंजाब सरकार इसका नाम सिर्फ मोहाली एयरपोर्ट रखना चाहती थी. जिसका उन्होंने विरोध किया था क्योंकि इसमें हरियाणा का भी शेयर था. भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि एयरपोर्ट का नाम शहीद भगत सिंह के नाम पर रखने व इसे मोहाली की बजाय चंडीगढ़ एयरपोर्ट करने का प्रस्ताव रखा था. 8 साल बाद अब केंद्र सरकार ने इसे अमलीजामा पहनाया है. वे सरकार के इस फैसले का स्वागत करते हैं.
भूपेंद्र सिंह हुड्डा रविवार को रोहतक जिले के गांव समाचाना पहुंचे थे. उन्होंने भगत सिंह विचार समिति की ओर से आयोजित सांस्कृतिक एवं सम्मान समारोह में बतौर मुख्यअतिथि शिरकत की. उन्होंने गांव के विद्यार्थियों और खिलाडि़यों को सम्मानित किया. भूपेंद्र सिंह हुड्डा कसरेंटी गांव भी गये जहां सरकारी स्कूल बंद करने के खिलाफ कई दिन से धरना चल रहा है. इस दौरान उन्होंने कि सरकारी स्कूलों को बंद करके बीजेपी जेजेपी सरकार शिक्षा व्यवस्था को निजी हाथों में सौंपना चाहती है.
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार को स्कूलों को बंद करने का फैसला वापस लेना चाहिये. उन्होंने कहा कि लगातार कांग्रेस इस मुद्दे को उठा रही है. यूथ कांग्रेस की तरफ से ‘स्कूल बचाओ, शिक्षा बचाओ’ अभियान चलाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि आने वाले हरियाणा विधानसभा सत्र में स्कूलों के मुद्दे को उठाया जाएगा. उन्होंने कहा कि शिक्षा और स्वास्थ्य किसी भी प्रदेश की उन्नति के दो महत्वपूर्ण स्तंभ होते हैं. कांग्रेस सरकार के दौरान उन्होंने इन क्षेत्रों में कई महत्वपूर्ण काम किए.