रोहतक: विधानसभा में पेश किए गए हरियाणा धर्मांतरण रोकथाम विधेयक (Haryana Anti Conversion Bill) को लेकर प्रदेश की राजनीति गर्म है. ये विधेयक जब शुक्रवार को हरियाणा विधानसभा में पेश किया गया तो कांग्रेस विधायकों ने जमकर हंगामा किया. इस दौरान बेरी से कांग्रेस विधायक डॉ. रघुवीर सिंह कादियान ने विधेयक की प्रति फाड़ दी थी. जिसके बाद उन्हें सत्र से निलंबित कर दिया गया. वहीं इस मुद्दे पर अब बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ओपी धनखड़ (op dhankar) ने कांग्रेस की आलोचना की है.
ओपी धनखड़ ने हरियाणा में जबरन धर्म परिवर्तन के मुद्दे पर लाए जा रहे विधेयक को जायज ठहराया. उन्होंने कहा कि इस विधेयक का उद्देश्य जबरन धर्म परिवर्तन की घटनाओं पर रोक लगाना है. उन्होंने कहा कि यह समय की जरूरत है और जबरन धर्म परिवर्तन की घटनाएं न हों, इसके लिए कानून बनाया जा रहा है. भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ने विधेयक की प्रति फाड़ने पर बेरी से कांग्रेस विधायक डॉ. रघुवीर सिंह कादियान को आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि कादियान खुद विधानसभा अध्यक्ष रह चुके हैं और ऐसे में किसी भी विधेयक की प्रति फाड़ना सही नहीं है.
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बता दें कि, हरियाणा गैरकानूनी धर्मांतरण रोकथाम विधेयक, 2022 को हरियाणा मंत्रिमंडल से मंजूरी मिल चुकी है और अब इस विधेयक को विधानसभा में पेश किया गया है. इस विधेयक के जरिए प्रदेश में धर्म परिवर्तन पर रोक लगाने का प्रस्ताव है. जबरन धर्मांतरण साबित होने पर अधिकतम 10 साल कैद व न्यूनतम 4 लाख रुपये जुर्माना होगा. इस बिल के जरिए राज्य में धर्म परिवर्तन पर रोक लगाने का प्रस्ताव है. इस बिल में गलत बयानी, गलत प्रभाव, जबरदस्ती, प्रलोभन या किसी तरह के कपट से शादी के लिए प्रभावित करना अब अपराध होगा.