रोहतकः शहर के मॉडल टाउन में इंजीनियरिंग की कोचिंग के नाम पर कोचिंग संस्थान के संचालक ने एक व्यक्ति से एक लाख 30 लाख रुपए ठग लिए. यह राशि इस व्यक्ति ने अपने 2 बेटों की कोचिंग के नाम पर दी थी, लेकिन कोचिंग शुरू होने से पहले ही संस्थान को ताला लगाकर संचालक फरार हो गया. इस मामले की शिकायत मुख्यमंत्री से की गई. जिसके बाद डीएसपी ने मामले की जांच की और फिर सिविल लाइन पुलिस स्टेशन में शुक्रवार को धोखाधड़ी का केस दर्ज कर लिया गया. (Fraud in the name of engineering coaching in Rohtak)
आदर्श कॉलोनी निवासी अश्विनी पुरी ने अपने 2 बेटों गर्वित पुरी व गौरिश पुरी को इंजीनियरिंग की कोचिंग के लिए मॉडल टाउन में गुफा वाले रोड स्थित प्लस प्वाइंट एजुटेक प्राइवेट लिमिटेड के ऑफिस में संपर्क किया. इस दौरान उनकी मुलाकात वहां पर कानपुर के न्यू विमान नगर निवासी संजय जायसवाल से हुई. जिसने अश्विनी को कोचिंग के पाठ्यक्रम व शेड्यूल के बारे में समझाया. फिर जायसवाल ने कोचिंग संस्थान संचालक जयपुर निवासी नीलम चौधरी से मोबाइल फोन पर कॉल की और अश्विनी की बात कराई. नीलम चौधरी ने दोनों बेटों को कोचिंग दिलवाने के बारे में मनाया और दोनों की कोचिंग की राशि एक लाख 70 हजार रुपए मांगी. (Fraud of one lakh 30 thousand rupees in Rohtak)
शुरुआत में अश्विनी ने 7 जून 2022 को नीलम चौधरी के अकाउंट में ऑनलाइन माध्यम से 30 हजार रुपए और संजय जायसवाल के अकाउंट में 50 हजार रुपए ट्रांसफर कर दिए. कोचिंग संस्थान में सिर्फ 20 दिन ही क्लास लगी और फिर संजय जायसवाल ने 50 हजार रुपए और जमा किए जाने की मांग की. अश्विनी पुरी ने इस राशि का नकद भुगतान कर दिया, जिसकी रसीद बाद में देने की बात जायसवाल ने कही. 19 जुलाई को अश्विनी के दोनों बेटे गर्वित व गौरिश कोचिंग संस्थान पहुंचे तो वहां ताला लगा हुआ मिला. अश्विनी ने कोचिंग संस्थान संचालक नीलम चौधरी से मोबाइल फोन पर कॉल कर संपर्क किया. तब बताया गया कि फिलहाल छुट्टी हैं, लेकिन एक सप्ताह बाद भी संस्थान बंद मिला.
अश्विनी ने नीलम चौधरी व संजय जायसवाल से मोबाइल फोन पर संपर्क किया तो वे गाली गलौच पर उतर आए और जान से मारने की धमकी दी. अश्विनी पुरी ने बताया कि नीलम चौधरी व संजय जायसवाल ने प्लानिंग के तहत धोखाधड़ी कर एक लाख 30 हजार रुपए हड़प लिए. फिर उन्होंने हरियाणा के मुख्यमंत्री को इस बारे में लिखित शिकायत दी, जिसकी प्रतिलिपी गृह मंत्री, डीजीपी हरियाणा, रोहतक रेंज के आईजी, एसपी रोहतक और सिविल लाइन पुलिस स्टेशन के एसएचओ को भी भेजी गई. बाद में डीएसपी ने इस मामले की जांच की और शुक्रवार को आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 406, 506 के तहत केस दर्ज कर लिया.
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