रोहतक: हरियाणा के टीकरी बॉर्डर पर एक युवती के साथ दुष्कर्म का मामला प्रकाश में आने और इसको लेकर संयुक्त किसान मोर्चा की चुप्पी पर सवाल उठने के बाद सोमवार को संयुक्त किसान मोर्चा ने प्रेस वार्ता कर सफाई दी है. इस दौरान किसान आंदोलन की अगुवाई करने वालों में से एक ऐक्टिविस्ट योगेंद्र यादव ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा को महिला प्रदर्शनकारी से आंदोलनस्थल पर बलात्कार के बारे में कोई जानकारी नहीं थी.
इस मामले में आरोप लगाया जा रहा है कि किसान नेताओं को इस बारे में जानकारी थी, लेकिन उन्होंने पुलिस को सूचित नहीं किया. प्रेस वार्ता में पीड़िता के पीड़िता के पिता भी मौजूद थे. पीड़िता के पिता ने इस प्रेस वार्ता में कहा कि अनूप और अनिल नाम के शख्स को छोड़कर बाकी चार और लोगों को पुलिस ने आरोपी बनाया है. जबकि मैंने उनके खिलाफ कोई शिकायत नहीं दी है.
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'मदद करने वालों को ही पुलिस ने बनाया आरोपी'
पीड़िता के पिता ने कहा कि मैने पुलिस को जाकर आज दोबारा स्टेटमेंट दिया है कि मैने इन्हें आरोपी नहीं बनाया है. ऑनलाइन प्रेस कांफ्रेंस के दौरान पीड़िता के पीड़िता के पिता ने किसान संयुक्त मोर्चा को इस मामले से अलग बताते हुए पुलिस पर गम्भीर आरोप लगाये हैं. पीड़िता के पीड़िता के पिता ने कहा- उन्होंने सिर्फ किसान सोशल आर्मी से जुड़े अनिल मलिक और अनूप चणौत पर आरोप लगाये थे, लेकिन पुलिस ने पीड़िता के पीड़िता के पिता की मदद करने वाले लोगों के खिलाफ भी मामला दर्ज कर दिया.