रोहतक: केंद्र सरकार की ओर से लाए गए तीनों विधेयकों के खिलाफ हरियाणा के किसानों ने ऐलान-ए-जंग का बिगुल बजा दिया है. इस बार किसान सरकार से आर-पार की लड़ाई का मन बना चुके हैं. जिसको लेकर लगातार तैयारियों में जुटे हुए हैं. आज किसान सांकेतिक धरना देकर सरकार को आगाह कर रहे हैं. अगर सरकार ने फिर भी ध्यान नहीं दिया तो आगे की रणनीति पर काम किया जाएगा.
3 घंटे का सांकेतिक धरना
रोहतक में भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी ने सरकार की ओर से लाए गए विधेयकों को राष्ट्र विरोधी बताते हुए कहा कि रविवार को किसान नेशनल हाईवे नंबर-1 (दिल्ली से चंडीगढ़) को छोड़कर पूरे प्रदेश की सड़कें जाम करने की बात कही थी, अगर सरकार नहीं मानी तो 25 सितंबर को भारत बंद होगा. इस बार आंदोलन की रूपरेखा कैसी रहेगी? इसको लेकर रोहतक की अनाज मंडी में चढूनी ने किसान और आढ़तियों ने बैठक कर रणनीति बनाई.
गुरनाम सिंह चढूनी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि ये तीनों विधेयक किसान ही नहीं राष्ट्र विरोधी भी हैं. इन विधेयकों से सिर्फ उद्योग जगह को फायदा होगा. इसलिए 17 संगठन इसका विरोध कर रहे हैं. यही नहीं किसान मजदूर और बहुत से कृषि से संबंधित से जुड़े लोग इसके विरोध में खड़े हुए हैं, लेकिन भाजपा सरकार इस आंदोलन के पीछे कांग्रेस का हाथ होने का आरोप लगा रही है.