रोहतक: साल 2020 में पूरा विश्व कोरोना महामारी से जूझ रहा है. भारत भी कोविड 19 से लड़ाई लड़ने वाले टॉप 3 देशों में शामिल है. भारत में 22 मार्च को जनता कर्फ्यू लगाया गया और फिर 1 अप्रैल से लॉकडाउन. तब से लेकर अब तक धीरे-धीरे लोगों के बीच कोरोना की दहशत कम होती ही नजर आई है. स्थिति ये है कि अब किसी का कोरोना संक्रमित होना सामान्य है, लेकिन ये स्थिति अप्रैल या मई के महीने में नहीं थी.
मरीजों के लिए सेपरेट वॉर्ड
अस्पतालों में भी गैर कोरोना मरीजों का इलाज भी लगभग अब समान्य दिनों की तरह लगभग होने लगा है. हरियाणा के प्रमुख अस्पतालों में से एक रोहतक PGI में भी कोरोना संक्रमितों मरीजों के लिए सेपरेट वॉर्ड बनाए गए हैं. वहीं गैर कोरोना मरीजों के लिए भी व्यवस्था भी बनाई गई है.
गैर कोरोना मरीजों का इलाज शुरू
कोरोना वायरस की वजह से अब तक दूसरी गंभीर बीमारियों वाले मरीज भी अस्पताल जाने से बच रहे थे और उनके जीवन के लिए एक चुनौती खड़ी हो गई थी. डॉक्टरों का भी कहना है कि कोरोना की वजह से कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का इलाज भी नहीं हो पा रहा और सर्जरी में भी देरी हुई. हालांकि समय के साथ अब अस्पतालों ने गैर कोरोना मरीजों जैसे कि कैंसर, हार्ट अटैक, ब्लड प्रेशर के मरीजों का इलाज शुरू कर दिया है.
इलाज से मरीज संतुष्ट!