रोहतक: पीजीआईएमएस में एमबीबीएस छात्रों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ आंदोलन (MBBS Students Strike Continue in rohtak) जारी रखने का ऐलान किया है. एमबीबीएस छात्रों ने बॉन्ड पॉलिसी की संशोधित अधिसूचना को भी नकार दिया है. विरोध-प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे 10 एमबीबीएस छात्रों ने शुक्रवार शाम से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल (MBBS Students Strike) शुरू कर दी है. आंदोलनकारी छात्रों का कहना है कि जब तक सरकार जनहित और छात्रों के हित में कोई फैसला नहीं लेती है, तब तक आंदोलन जारी रहेगा.
गौरतलब है कि प्रदेश सरकार ने 2 दिन पहले ही बॉन्ड पॉलिसी को लेकर संशोधित अधिसूचना जारी की है. एमबीबीएस छात्रों और सरकार के बीच 30 नवंबर को हुई वार्ता के बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने इसका ऐलान किया था. इस अधिसूचना का पिछले 2 दिनों से एमबीबीएस छात्र अध्ययन कर रहे थे. जिसके बाद इसे नकारते हुए आंदोलन को जारी रखने का निर्णय किया गया. एमबीबीएस छात्र पंकज बिट्टू व प्रिया कौशिक ने कहा कि 5 नवंबर को आंदोलनकारी छात्रों पर दर्ज एफआईआर को रद्द करने के बारे में सरकार ने कोई स्पष्ट निर्णय नहीं लिया है. वहीं, आंदोलन की वजह से हो रहे शैक्षणिक नुकसान की भरपाई का भी कोई जिक्र नहीं है.
आंदोलन की टाइम लाइन: बॉन्ड पॉलिसी के खिलाफ (bond policy dispute) पीजीआईएमएस के एमबीबीएस छात्रों का आंदोलन एक नवंबर से शुरू हुआ था. 2 नवंबर से विद्यार्थियों ने डायरेक्टर ऑफिस के बाहर धरने की शुरूआत की थी. मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर व राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय के पीजीआईएमएस में आने से पहले 4 नवंबर की रात को कार्यक्रम स्थल के बाहर धरना दिया था. पुलिस ने आंदोलनकारी छात्रों को जबरन हिरासत में ले लिया था. जिसके बाद उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई. अगले दिन मुख्यमंत्री से आंदोलनकारियों की मुलाकात भी कराई गई, लेकिन मुख्यमंत्री ने बॉन्ड पॉलिसी वापस लेने से इंकार कर दिया.