रोहतक: हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री एवं हरियाणा विधानसभा में विपक्ष के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने शुक्रवार को गढ़ी सांपला किलोई विधानसभा क्षेत्र के दौरे पर पहुंचकर इस बार आखिरी आरपार की लड़ाई लड़ने का ऐलान किया है. खेड़ा गांव से हाथ से हाथ जोड़ो अभियान की शुरुआत करते हुए भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने अपनी 75 साल की उम्र का हवाला दिया.
बता दें कि इसी विधानसभा क्षेत्र से हुड्डा कांग्रेस विधायक हैं. इन दिनों पूर्व मंत्री एवं कांग्रेस नेता कृष्णमूर्ति हुड्डा ने भूपेंद्र सिंह हुड्डा के खिलाफ मुहिम छेड़ रखी है. वे भूपेंद्र सिंह हुड्डा के पैतृक गांव सांघी में भी जनसभा कर मोर्चा खोल चुके हैं. ऐसे में पूर्व मुख्यमंत्री का अपने ही विधानसभा क्षेत्र में जाकर मतदाताओं से जनसंपर्क करना राजनीतिक मायने रखता है.
अपने इस दौरे में भूपेंद्र सिंह हुड्डा के निशाने पर एक ओर जहां प्रदेश सरकार रही, वहीं उन्होंने जुलाई 2003 में उत्तराखंड में हुए हादसे का भी जिक्र किया. इस हादसे में हुड्डा के चचेरे भाई नदी में आई बाढ़ में बह गए थे और उनका कुछ पता नहीं चल सका था जबकि खुद भूपेंद्र सिंह हुड्डा भी बह गए थे, लेकिन उन्हें बचा लिया गया. हुड्डा ने कहा कि नदी में हुए इस हादसे के बाद उन्होंने तय किया था कि बाकी का जीवन जनसेवा करेंगे. इसलिए 10 साल मुख्यमंत्री रहते हुए हरियाणा के लोगों की सेवा की.