पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने सरकार की मंशा पर उठाए सवाल रोहतक:भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष और बीजेपी के सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरने पर बैठे पहलवानों को लेकर हरियाणा की राजनीति भी गरमाई हुई है. पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने इस मुद्दे पर हरियाणा सरकार पर जुबानी हमला बोला है. उन्होंने कहा कि देश और प्रदेश का नाम रोशन करने वाले खिलाड़ियों के साथ अन्याय हो रहा है. सरकार ने इस संबंध में कमेटी गठित की थी लेकिन इसके बाद भी इस गंभीर मामले की जांच नहीं हुई. उन्होंने कहा कि अगर खिलाड़ी अनिश्चितकालीन धरने पर बैठते हैं तो वे भी उनके समर्थन के लिए जाएंगे.
दिल्ली में जंतर-मंतर पर धरने पर बैठे खिलाड़ियों के समर्थन में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा आगे आए हैं. उन्होंने देश का नाम रोशन करने वाले खिलाड़ियों के समर्थन में जंतर मंतर पर जाने की बात कही है. उन्होंने कहा कि कुछ समय बाद ही ओलंपिक शुरू होने वाला है और खिलाड़ी तैयारी की बजाय न्याय के लिए संघर्ष कर रहे हैं. ऐसे में इस तरह से खिलाड़ियों का शोषण हरियाणा की वर्तमान सरकार की खेल नीति पर सवाल उठाता है.
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पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा रोहतक अनाज मंडी का दौरा करने आए थे. उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी अनाज मंडियों में अव्यवस्था का बोलबाला है और सरकार समय पर किसानों की पेमेंट नहीं कर पा रही है, जिससे किसानों का मनोबल टूट रहा है. पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि जिस तरह से खिलाड़ियों का शोषण हो रहा है, उसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
उन्होंने कहा कि पहले जब यह खिलाड़ी धरने पर बैठे थे, उस वक्त किसी भी राजनीतिक दल का वहां जाना मना था लेकिन इस बार खिलाड़ी भी चाहते हैं कि सभी लोग उनके समर्थन में आए. इसलिए वह खिलाड़ियों के समर्थन में जंतर-मंतर पर जाएंगे. भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि इस मामले को लेकर बनाई गई कमेटी की जांच रिपोर्ट अभी तक नहीं आई है. इसलिए ही सरकार की मंशा पर सवाल उठ रहे हैं और कांग्रेस पार्टी हमेशा खिलाड़ियों के समर्थन में रही है.
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इससे पहले भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने रोहतक अनाज मंडी का दौरा करते हुए अनाज उठान की प्रक्रिया पर सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि मंडियों में हजारों टन गेहूं पड़ा हुआ है लेकिन इसका उठान नहीं हो रहा है. अनाज मंडियों में किसानों को सुविधा नहीं मिल रही है. अनाज मंडियों में किसानों के लिए व्यवस्थाएं नहीं के बराबर है. मंडियों में उठान नहीं होने से किसानों को लगातार नुकसान हो रहा है. इस दौरान उन्होंने कहा कि किसानों को फसल खराब होने का मुआवजा मिलना चाहिए था लेकिन अभी तक गिरदावरी ही नहीं हुई है, ऐसे में किसानों को मुआवजा कैसे मिलेगा.