रोहतक: शुक्रवार सुबह रोहतक के मायना गांव में भालौठ सब ब्रांच नहर टूट गई. जिससे आसपास के क्षेत्रों में खेतों में खड़ी करीब 150 एकड़ गेहूं की फसल जलमग्न हो (Submerged crops in Rohtak) गई. वहीं, नहर के पानी से अपने खेत को बचाने गए एक किसान की मौत हो गई. किसान के शव को पोस्टमार्टम के लिए पीजीआईएमएस भेज दिया गया है. वहीं किसानों ने मृतक के परिजनों को मुआवजा दिए जाने की मांग सरकार से की है.
दरअसल, मायना गांव से होकर गुजर रही भालौठ सब ब्रांच नहर करीब 20 फुट तक टूट गई. इस वजह से आसपास के खेतों में नहर का पानी भर गया. सूचना मिलने पर किसान अपने खेतों में पहुंचे. 58 वर्षीय भूपसिंह अपने खेत में काम कर रहा था. वह पानी को रोकने के लिए खेत की बाउंड्री पर मिट्टी लगा रहा था. अचानक ही वह मुंह के बल पानी में गिर (Canal broken in Rohtak) गया.
थोड़ी दूर दूसरे खेत में काम कर रहा उसका चचेरा भाई सोनू दौड़ कर आया और भूपसिंह को संभाला, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी. इसके बाद पुलिस को सूचित किया गया. शिवाजी कालोनी पुलिस स्टेशन की टीम मौके पर पहुंची. पुलिस ने मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए पीजीआईएमएस भेज दिया है. भूपसिंह की 2 बेटी व एक बेटा है. वह खेतीबाड़ी कर अपने परिवार का पालन पोषण कर रहा था. इस हादसे के बाद से परिवार में मातम छाया हुआ है.
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वहीं मायना गांव में नहर टूटने से किसानों की गेहूं की खड़ी फसल पानी में डूब गई (Bhaloth sub branch canal Rohtak) है. काफी क्षेत्र में पानी भर गया है. किसानों ने खुद ही अपने स्तर पर पानी को रोकने का प्रयास किया लेकिन सफल नहीं हो पाए. हालांकि शाम के समय सिंचाई व राजस्व विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे. किसानों का कहना है कि प्रशासन को तुरंत प्रभाव से खेतों से पानी निकासी की व्यवस्था करनी चाहिए.
रोहतक में नहर टूटने से खेत में जलभराव वहीं किसानों का यह भी कहना है कि नहर के पानी में फसलों के डूबने से उन्हें काफी नुकसान हुआ है. सरकार से अनुरोध है कि नुकसान की भरपाई के लिए उचित मुआवजा दिया जाए.