रोहतक: रोहतक लोकसभा क्षेत्र से भाजपा सांसद डॉ. अरविंद शर्मा का पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर को अपशब्द कहे जाने का एक वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया वायरल हो रहा (BJP MP Arvind Sharma video viral) है. वायरल वीडियो को लेकर अब भाजपा सांसद ने स्पष्टीकरण दिया है. उन्होंने कहा कि एक ओर देश प्रगति के पथ पर आगे बढ़ रहा है वहीं इस तरह की छोटी-छोटी बातों पर चर्चा की जा रही है. उन्होंने कहा कि इन बातों को छोड़कर रोहतक, हरियाणा के विकास को आगे बढ़ाने पर बात की जाए. वहीं, उन्होंने मनीष ग्रोवर के साथ किसी भी प्रकार के विवाद से इंकार किया है. (Arvind Sharma vs Manish Grover)
दरअसल 27 अक्टूबर को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने फरीदाबाद से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से रोहतक के एलिवेटेड रेलवे ट्रैक का शुभारंभ (Rohtak elevated railway track inauguration) किया था. हालांकि यह ट्रैक डेढ़ साल पहले ही शुरू हो चुका है. लेकिन अब तक इसका औपचारिक तौर पर शुभारंभ नहीं हुआ था. रोहतक के हिंदू शिक्षण संस्थान में वीडियो कांफ्रेंसिंग का कार्यक्रम रखा गया था. इस कार्यक्रम में भाजपा सांसद डॉ. अरविंद शर्मा शामिल हुए थे. साथ ही इस कार्यक्रम में पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर भी पहुंचे थे. कार्यक्रम में मौजूद दोनों नेताओं ने एक दूसरे से बातचीत नहीं की. (Arvind Sharma on Viral Video)
अरविंद शर्मा ने दिया स्पष्टीकरण
मीडिया से मुखातिब होते हुए अरविंद शर्मा ने कहा कि मनीष ग्रोवर से पलवल-सोनीपत वाले ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर के बारे में पूछ लो. इसी दौरान बातचीत में अरविंद शर्मा के मुंह से मनीष ग्रोवर के लिए गाली निकल गई. जो एक मीडिया कर्मी के कैमरे में रिकॉर्ड हो गई और कुछ ही देर बाद सोशल मीडिया पर वायरल हो गई.
अब इस वायरल वीडियो पर भाजपा सांसद डॉ. अरविंद शर्मा ने कहा कि उन्होंने भी यह वीडियो सुना है. इस वीडियो में कुछ भी सुनाई नहीं दे रहा है. उन्होंने कहा कि इस तरह की छोटी-छोटी बातों का कोई औचित्य नहीं है. उन्होंने रोहतक के रेलवे एलीवेटिड ट्रैक के शुभारंभ कार्यक्रम के संबंध में कहा कि उस दिन केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव और मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का भाषण लाइव नहीं हुआ. इससे पहले ही प्रशासन ने सारे डिजीटल कनेक्शन बंद कर दिए. इसलिए उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री, मुख्यमंत्री और हरियाणा के मुख्य सचिव को पत्र लिखकर इस पूरे घटनाक्रम की जांच की मांग की है.
कब से चल रहा है दोनों नेताओं के बीच विवाद:गौरतलब है कि अरविंद शर्मा और मनीष ग्रोवर के बीच पिछले काफी समय से तनातनी सार्वजनिक तौर पर दिखाई दे रही है. सबसे पहले सांसद ने 22 मई को परशुराम जयंती पर पहरावर गांव में हुए समारोह में मनीष ग्रोवर को निशाने पर लिया था. उन्होंने गौड़ ब्राह्मण शिक्षण संस्था की पहरावर गांव में जमीन के मुद्दे पर कहा था कि पूर्व मंत्री नहीं चाहते थे कि संस्था को यह जमीन दी जाए.
इसके चार दिन बाद ही अरविंद शर्मा ने रोहतक के मैना पर्यटन केंद्र में प्रेस कांफ्रेंस कर मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के खिलाफ ही मोर्चा खोल दिया था और खट्टर पर द्वेष की भावना से काम करने का आरोप लगाया था. इस प्रेस कांफ्रेंस में भी उन्होंने मनीष ग्रोवर का नाम लिया था, जबकि एक मौका ऐसा भी था कि अरविंद शर्मा सार्वजनिक मंचों पर खुलकर मनीष ग्रोवर की तारीफ करते नजर आते थे.
समर्थकों की फौज लेकर यूनिवर्सिटी पहुंचे थे भाजपा सांसद:भाजपा सांसद डॉ. अरविंद शर्मा महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी में रन फॉर यूनिटी के कार्यक्रम में समर्थकों की फौज के साथ पहुंचे थे. इस दौरान समर्थकों ने अरविंद शर्मा जिंदाबाद और भावी मुख्यमंत्री के नारे लगाए. दरअसल मनीष ग्रोवर को गाली दिए जाने का वीडियो वायरल होने के बाद डॉ. अंबेडकर मिशनरीज विद्यार्थी एसोसिएशन ने यूनिवर्सिटी में सांसद के विरोध का ऐलान कर रखा था. संगठन के अध्यक्ष विक्रम सिंह डूमोलिया ने एक दिन पहले ही बयान जारी कर कहा था कि भाजपा सांसद को काले झंडे दिखाए जाएंगे, जिसके चलते पुलिस ने डूमोलिया और उसके समर्थकों को हिरासत में ले लिया था.