रेवाड़ी: जीवनदाता कहे जाने वाले डॉक्टर्स की लापरवाही ने एक व्यक्ति की जान ले ली. रेवाड़ी के गांव भांडोर में डॉक्टर्स ने अपनी लापरवाही की कीमत अपनी जान देकर चुकानी पड़ी.
पैर का इलाज करने गया था शख्स
दरअसल गांव भांडोर निवासी 35 वर्षीय अरुण का है, जो कुछ दिन पहले अपने पैर का इलाज कराने के लिए नगर के लियो चौक स्थित वीरेंद्रा अस्पताल में गया हुआ था. घर पहुंचने पर अचानक उसके पैर में दर्द हुआ, जिसको लेकर अरुण शाम करीब 3 बजे दोबारा अस्पताल पहुंचा.
इलाज के तीन घंटे बाद ही शख्स की मौत
अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टर ने उसके पैर का फिर से ऑपरेशन करने की बात कहकर उसे भर्ती कर लिया गया. लेकिन मात्र तीन घंटे बाद ही डॉक्टर द्वारा उसे मृत घोषित कर दिया गया. चौंकाने वाली बात यह है कि पैर के दर्द से कैसे एक स्वास्थ्य व्यक्ति की मौत हो सकती है.