रेवाड़ी:प्रशासनिक अधिकारी भले ही शहर के सौंदर्यीकरण को लेकर दावे करते नहीं थकते हों, लेकिन यहां की यातायात व्यवस्था इस कदर चरमरा गई है कि चारपहिया वाहन तो दूर दोपहिया वाहनों और पैदल नागरिकों का भी अब इन सड़कों से निकलना दुश्वार हो चला है. शहर का ऐसा कोई चौराहा नहीं, जो यातायात जाम की समस्या से अछूता हो, लेकिन आज तक नगर परिषद प्रशासन रेड लाइटों को दुरुस्त कराने में नाकाम ही साबित हुआ है. जिसका खामियाजा वाहन चालकों को भुगतना पड़ रहा है.
सफेद हाथी साबित हो रही रेड लाइट
यहां लगने वाले जाम का सबसे बड़ा कारण रेड लाइट है, जो कि सुचारू यातायात संचालन में बड़ा रोड़ा बनी हुई है और आज तक नगर परिषद दुरुस्त नहीं करा सकी है. यही वजह है कि शहर की सड़कों पर हर थोड़ी देर में जाम लग जाता है. शहर की इस बड़ी समस्या को लेकर वाहन चालकों में नगर परिषद प्रशासन के प्रति भारी रोष है. उनका कहना है कि प्रशासन इन लाइटों को चालू कराकर उन्हें जाम की समस्या से राहत दिलाए.
ये है ट्रैफिक पुलिस की समस्या
इसे लेकर जब शहर ट्रैफिक इंचार्ज से बात की गई तो उन्होंने बताया कि उनके पास करीब 30 कर्मचारियों का स्टाफ है, जो दिनभर जाम खुलवाने में लगा रहता है. उनका प्रयास रहता है कि जाम ना लगे, लेकिन अकेले ट्रैफिक स्टाफ से बात बनने वाली नहीं है. इसके लिए रेड लाइट का चालू होना भी जरूरी है. इसे लेकर नगर परिषद अधिकारियों को पत्र भी लिखा हुआ है, लेकिन बावजूद इसके अभी तक ये लाइटें चालू नहीं हो सकी है.