रेवाड़ी: एक बार फिर ईटीवी भारत की खबर का असर देखने को मिला है. बीते दिनों रेवाड़ी के 12 स्कूलों में 72 बच्चे कोरोना संक्रमित पाए गए थे. जिसको ईटीवी भारत ने प्रमुखता से दिखाया था. इस पूरे प्रकरण में स्कूलों का लापरवाही की देखी गई थी. वहीं ईटीवी भारत पर खबर दिखाने के बाद अब स्कूलों ने कोरोना गाइडलाइंस की पालनी शुरू कर दी है, पढ़ाई से पहले बच्चों को संक्रमण से बचाव के उपायों का पाठ पढ़ाना शुरू कर दिया है. प्रत्येक बच्चे की एंट्री करते समय थर्मल स्कैनिंग और सैनिटाइज किया जा रहा है.
कोरोना को लेकर बच्चों में बना हुआ है डर
मास्क नहीं लगाकर आने वाले बच्चे को स्कूल में ही मास्क उपलब्ध कराया जा रहा है. इतना ही नहीं अब स्कूल में पढ़ाई शुरू करने से पहले दो मिनट बच्चों को कोरोना संक्रमण से बचाव के उपाय भी पताए जा रहे हैं. बच्चों को बताया जा रहा है कि एक दूसरे से कुछ सामान सांझा करने के बाद हाथ को सैनिटाइज करना ना भूले.
रेवाड़ी के स्कूलों में कोरोना गाइडलाइन की पालना शुरू छात्राओं ने बताया कि कोरोना संक्रमण अब बच्चों में तेजी से बढ़ने लगा है. जिसके चलते अब उन्हें डर लगने लगा है, लेकिन पढ़ाई भी जरूरी है. इसलिए उन्हें मजबूरन स्कूल आना पड़ रहा है. बता दें कि, खबर दिखाए जाने के बाद अब बच्चों को बेंचों पर बैठाया जा रहा है. पहले बच्चे फर्श पर बैठने को मजबूर थे.
स्कूल में बताए जा रहे कोरोना से बचने के उपाय
राजकीय वरिष्ठ कन्या माध्यमिक विद्यालय के प्रिंसिपल दुर्गा दास ने बताया कि कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए स्कूल को तीन बार सैनिटाइज करवाया गया है. ताकि संक्रमण को खत्म किया जा सके. स्कूल में एंट्री करने से पहले कोरोना प्रोटोकॉल का पालन किया जा रहा है. इसके साथ-साथ स्कूल में पढ़ाई शुरू होने से पहले भी सभी बच्चों को क्लास में कोरोना से बचाव वाले उपाय बताए जा रहे हैं.
'बच्चों की जिंदगी को खतरे में ना डाला जाए'
स्कूल खोले जाने को लेकर रेवाड़ी के विधायक चिरंजीव राव का बयान भी सामने आया है. उन्होंने कहा है कि ये मुद्दा विधानसभा में भी शिक्षा मंत्री के सामने उठाया था कि स्कूलों को खोलने की जल्दबाजी न की जाए. उन्होंने कहा कि अब वो मुख्यमंत्री मनोहर लाल को पत्र लिखेंगे कि स्कूलों को खोलकर बच्चों की जिंदगी को खतरे में ना डाला जाए.
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बता दें कि, रेवाड़ी के स्कूलों में बच्चों के कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद शिक्षा मंत्री कंवर पाल का बयान भी सामने आया था. उन्होंने कहा था कि जिन स्कूलों में बच्चे और टीचर कोरोना संक्रमित पाए गए हैं उन्हें 2 सप्ताह के लिए बंद कर दिया गया है. साथ ही कोरोना संक्रमण के मद्देनजर चौकसी बढ़ा दी गई है और एहतियात बरतने के सख्त निर्देश दे दिए गए हैं.