रेवाड़ी: 25 से कम विद्यार्थी संख्या वाले 96 प्राईमरी स्कूलों को प्रदेश सरकार ने बंद करने का फरमान जारी कर दिया है. वहीं इन स्कूलों में पढ़ रहे छात्रों को एक किलोमीटर के दायरे में मौजूद दूसरे स्कूलों में समायोजित करने का फैसला भी लिया गया है.
रेवाड़ी की स्थिति
ऐसे में बात अगर रेवाड़ी की करें तो इस जिले में कुल 403 प्राइमरी स्कूल हैं, जहां 20 स्कूल ऐसे हैं, जिनमें बच्चों की संख्या 25 से कम है. इन पर सख्त कदम उठाए जाने की जरूरत है, लेकिन प्रदेश सरकार के इस फरमान के बावजूद जिला शिक्षा विभाग ने अभी तक इस मामले में कोई पहल नहीं की है, जिससे इन स्कूलों में पढ़ रहे देश के नौनिहालों का भविष्य खतरे में दिखाई पड़ रहा है.
बच्चे किए जाएंगे शिफ्ट
आपको बता दें कि सरकारी फरमान के मुताबिक इन स्कूलों द्वारा शिक्षा विभाग के नियमों को पूरा नहीं किया गया तो इन स्कूलों में पढ़ने वाले नौनिहालों को दो किलोमीटर से अधिक की दूरी पर चल रहे स्कूलों में जाकर शिक्षा ग्रहण करने पर मजबूर होना पड़ सकता है.
क्या बोले शिक्षा अधिकारी?
जिला शिक्षा अधिकारी से बात की गई तो उन्होंने भी माना कि जिले में 20 से अधिक ऐसे स्कूल है, जिनमें बच्चों की संख्या 25 से कम है. वहीं कुछ स्कूल ऐसे भी हैं, जिनमें मात्र 20-22 बच्चे ही हैं. पंचायतों और सामाजिक संगठनों के सहयोग से इन स्कूलों में बच्चों की संख्या को पूरा करने के प्रयास किए जाएंगे. साथ ही ऐसे स्कूलों की सूची जल्द ही शिक्षा निदेशालय को भेज दी जाएगी.