रेवाड़ीसे एक चौंका देने वाली खबर सामने आई है. खबर है कि एक बैंक खाते से लगभग ढाई करोड़ रुपये का फर्जी ट्रांजेक्शन किया गया है. जबकि खाता धारक को इसकी कोई जानकारी नहीं हुई. जब खाता धारक के पास ट्रांजेक्शन से जुड़े इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के नोटिस आने लगे तब उसे इस बात का पता चला. इसके बाद फर्जी ट्रांजेक्शन को लेकर खाता धारक ने लगातार शिकायतें की, लेकिन बैंक अधिकारियों ने इसका कोई जवाब नहीं दिया. पीड़ित का आरोप है कि उसके खाते का गलत तरीके से इस्तेमाल किया गया है.
वहीं खाताधारक पीड़ित बुजुर्ग महिला ने बैंक अधिकारियों पर मॉडल टाउन में धोखाधड़ी का केस दर्ज कराया है. दरअसल, आसलवास गांव रेवाड़ी की रहने वाले रोहताश ने अपनी पत्नी मल्ली के नाम से साल 2009 में आईसीआईसीआई बैंक में ज्वाइंट खाता खुलवाया था. ये खाता उसने ब्रांच ब्रास मार्केट में खुलवाया था. उस वक्त उसकी जमीन HSIDC द्वारा अधिग्रहण की गई थी, जिसकी वजह से बैंक ने गांव में कैंप लगाकर ग्रामीणों के खाते खोले थे.
पीड़ित ने बताया कि खाता खुलने के बाद उसने सिर्फ 5 हजार रुपये की खाते से ट्रांजेक्शन की. इसके अलावा कभी कोई ट्रांजेक्शन नहीं किया. 72 साल की मल्ली देवी ने बताया कि वह खुद अनपढ़ हैं. 15 सितंबर 2012 को उसके पति रोहताश की मौत हो गई थी. वर्ष 2010 से 2015 के बीच उनके खाते से करीब ढाई करोड़ रुपये का ट्रांजेक्शन किया गया. लेकिन उन्हें पता तक नहीं चला. उनका कहना है कि उनके खाते में इतने पैसे नहीं थे और न ही उन्होंने ट्रांजेक्शन ही किया है. उन्हें नहीं पता कि ये इतने पैसे कहां से उनके खाते में आ गए.