रेवाड़ी: बिजली की लाइन पर काम करते समय अचानक करंट लगने से दो लाइनमैन बुरी तरह से झुलस गए. उन्हें अस्पताल में इलाज के लिए ले जाया गया जहां एक लाइनमैन ने दम तोड़ दिया. जैसे ही लाइनमैन की मौत की खबर ग्रामीणों को मिली तो उन्होंने रेवाड़ी-नारनोल रोड को जाम कर दिया.
जाम की सूचना पाकर पुलिस व बिजली विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे और स्थिति को संभालने का प्रयास किया. शनिवार को मृतक लाइनमैन के पोस्टमार्टम के बाद अस्पताल में मौजूद परिजनों व ग्रामीणों ने मुआवजे की मांग को लेकर शव को लेने से इंकार कर दिया था. परिजनों के रोष को देखते हुए विभाग के जिम्मेदार लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है.
रेवाड़ी में लाइनमैन की करंट लगने से मौत, 20 लाख रुपये मिलेगी मुआवजा राशि ये है पूरा मामला
जानकारी के अनुसार रेवाड़ी के गांव माजरा गुर्जरों की ढाणी के युवक संदीप और भालखी माज़रा के राजवीर पावर हाउस गोठड़ा पाली में डीसी रेट पर लाइनमैन लगे हुए थे. शुक्रवार की रात 10:00 बजे माजरा सेंटर्स के चिता डूंगरा मेहतावास बॉडर पर बिजली लाइन को ठीक कर रहे थे जिसका उन्होंने परमिट लिया हुआ था.
लाइन पर काम करते समय अचानक आए करंट से दोनों झूलन गए और उन्हें गंभीर हालत में इलाज के लिए रेवाड़ी के ट्रॉमा सेंटर पहुंचाया गया. जहां 30 वर्षीय राजवीर की मौत हो गई. जबकि संदीप का निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है.
लाइनमैन की मौत से गुस्साए ग्रामीणों ने माजरा बस स्टैंड पर रेवाड़ी-नारनौल रोड को जाम कर दिया, लेकिन पुलिस के समझाने के बाद कुछ देर बाद जाम खोल दिया गया. रेवाड़ी के नागरिक अस्पताल में मृतक राजवीर के शव का पोस्टमार्टम होने के बाद परिजनों ने शव को लेने से इंकार कर दिया.
आश्वासन के बाद परिजनों ने किया अंतिम संस्कार
ग्रामीणों ने मांग रखी कि जब तक मृतक परिवार को मुआवजा नहीं दिया जाता शव को नहीं उठाएंगे. इसके बाद कोसली कार्यकारी अभियंता विजयपाल, राजेश लोहान डीएसपी, रविंद्र यादव एसडीएम मौके पर पहुंचे. विजय पाल के लिखित आश्वासन के बाद ग्रामीण माने और जाम खोल दिया.
ग्रामीणों को आश्वासन दिया गया कि मृतक परिवार को 10 लाख रुपये विभाग की तरफ से और 10 लाख रुपये बैंक की तरफ से मुआवजा राशि दी जाएगी. इसके बाद ग्रामीणों ने शव को लेकर अंतिम संस्कार कर दिया. पुलिस ने परिजनों की शिकायत पर बिजली निगम के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है.