रेवाड़ी: कोरोना वायरस के चलते लगाए गए लॉकडाउन का असर किसानों पर भी पड़ने लगा है. किसानों की फसलें इस समय पक कर खेतों में तैयार खड़ी हैं, लेकिन किसानों को कटाई के लिए मजदूर नहीं मिल रहे हैं.
रेवाड़ी में भी किसानों को गेहूं की फसल काटने के लिए मजदूर नहीं मिल रहे हैं. ऐसे में महिलाओं ने आगे आते हुए खुद कमान संभाली है. दरअसल महिलाएं पुरुषों के साथ मिलकर खेतों में कटाई कर रही हैं. इस दौरान महिलाओं की ओर से सोशल डिस्टेंसिंग का भी ख्याल रखा जा रहा है.
किसान महिलाओं ने कहा कि कोरोना वायरस जैसी महामारी से अपना बचाव करना जरूरी है, लेकिन फसल काटने के लिए घरों से निकलना भी उनकी मजबूरी बन गई है, क्योंकि कटाई के लिए मजदूर नहीं मिल रहे हैं. ऐसे में वो खुद घरों से बाहर निकलकर कटाई कर रही हैं.
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महिला किसानों ने कहा कि अगर वक्त रहते कटाई नहीं की जाती तो कोरोना से पहले उनका परिवार भूखमरी का शिकार हो जाता, जिस वजह से उन्हें ना चाहते हुए भी लॉकडाउन के दौरान घरों से बाहर आना पड़ा. इसके साथ ही महिलाओं ने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव करने के लिए उन्होंने एक दूसरे से उचित दूरी बनाई है.