रेवाड़ी: हरियाणा में रेवाड़ी जिले का सफाई में दूसरा स्थान है. लेकिन आज भी गंदगी के अंबार लगे हैं. यहां गंदगी से उठती दुर्गंध मोहल्ला वासियों के लिए मुसीबत का पहाड़ बनी हुई है.चारो ओर फैली गंदगी के कारण लोगों को बीमार होने का खतरा भी मंडरा रहा है.
सरकारें भले ही स्वच्छ भारत अभियान के लाख दावे करे, लेकिन अधिकारी उन दावों को पलीता लगाने से बाज नहीं आ रहे हैं. जिनकी लापरवाही के कारण रेवाड़ी शहर का कोई ऐसा मोहल्ला कोई ऐसी गली नहीं, जहां गंदगी के ढेर न लगे हो. लेकिन नगर परिषद के सफाई कर्मचारी ओर अधिकारी हैं कि उन्हें ना ही गंदगी दिखाई देती है और ना ही लोगों की आवाज सुनाई देती है. ये हम नहीं कह रहे ये कहना है वहीं मोहल्ला तेजपुरा के लोगों का. जहां पिछले 10 दिनों से कूड़े का अंबार लगा है.
मोहल्ला वासियों के बार बार नगर परिषद के अधिकारियों से गुहार लगाने के बाद भी यहां पर सफाई नहीं की गई है. लेकिन जब मीडिया ने हस्तकक्षेप किया तो सफाई कर्मचारी आननफानन मे वहां पहुंचे तो सफाई कार्य कुछ ही देर में पूरा हो गया.
वहीं नगर पार्षद का कहना हैं कि मोहल्ला तेजपुरा की गिनती शहर की पॉश कॉलोनियों में होती है. जहां करीब दो सौ परिवार और साथ लगती लम्बी चौड़ी मार्केट, बैंक परिसर है. फिर भी शहर की अन्य कॉलोनियों का कूड़ा यहां डालकर इसे एक डंपिंग स्टेशन बना दिया गया है. जहां से दस-दस दिनों तक कूड़ा नहीं उठाया जाता. जिसके चलते यहां से गुजरना मुश्किल हो जाता है.
बता दें कि सरकार के हुक्मरान सफाई के बड़े-बड़े दावे करते हैं, लेकिन इस पूरी घटना को देखकर पता चलता है कि जमीनी हकीकत क्या है. प्रशासन भले ही कितने ही डिंगे क्यों न हाक ले, लेकिन ऐसी घटनाओं से सफाई व्यवस्था का आप खुद ही अंदाजा लगा सकते हैं.
रेवाड़ी में गंदगी के लगे अंबार