रेवाड़ी: लोकसभा और हरियाणा विधानसभा चुनाव में वक्त अब बहुत कम बचा है, लिहाजा राजनीतिक दलों में दल बदल का सिलसिला शुरू हो गया है. इसी कड़ी में बुधवार को रेवाड़ी में कोसली विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी नेता और पूर्व मंत्री जगदीश यादव ने कांग्रेस पार्टी ज्वाइन की. जगदीश यादव ने दिल्ली में पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा की मौजूदगी में कांग्रेस का दामन थामा. जगदीश यादव का कांग्रेस में शामिल होने बीजेपी के लिए अहीरवाल क्षेत्र में बड़ा झटका माना जा रहा है.
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अहीरवाल क्षेत्र में जगदीश यादव का अच्छा खासा जनाधार माना जाता है. बता दें कि जगदीश यादव ने साल 1996 में तत्कालीन कांग्रेस के दिग्गज नेता राव इंद्रजीत को हराया था. बता दें कि जगदीश यादव बंसीलाल की सरकार में मंत्री बने थे. इसके बाद से जगदीश यादव रामपुरा हाउस के विरोध की राजनीति करते आ रहे हैं. जगदीश यादव 4 साल पहले भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए थे. जगदीश के मुताबिक 4 साल में उन्होंने देखा कि भाजपा का कोई सिद्धांत नहीं है.
जगदीश यादव ने कहा कि बीजेपी यूज एंड थ्रो वाली पार्टी है. इसलिए उन्होंने कांग्रेस को चुना है. बता दें कि इनेलो छोड़कर उन्होंने 2019 में बीजेपी का दामन थामा था. 2019 के चुनाव में जगदीश यादव इनेलो की पार्टी से कोसली विधानसभा से चुनाव लड़े थे. दरअसल, रेवाड़ी जिले की कोसली सीट रामपुरा हाउस यानी अहीरवाल के कद्दावर नेता एवं केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के परिवार की पारिवारिक सीट मानी जाती है.
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पहले जाटूसाना हलका हुआ करता था, जहां से राव इंद्रजीत सिंह ने भी कई चुनाव लड़े. वहीं रामपुरा हाउस के विरोध की राजनीति करने जगदीश यादव ने अपना पहला चुनाव 1991 में हविपा की टिकट पर लड़ा. इस चुनाव में जगदीश यादव राव इंद्रजीत सिंह को सीधी टक्कर दी. जगदीश यादव ने राव इंद्रजीत सिंह को जाटूसाना सीट से हरा दिया. वो पूर्व सीएम बंसीलाल की सरकार में मंत्री भी बने. इसके बाद से ही जगदीश यादव रामपुरा हाउस के विरोध की राजनीति करते आ रहे हैं. कई साल तक इनेलो में रहकर उन्होंने कोसली से चुनाव लड़ा.