रेवाड़ी:देश में गाय के नाम पर राजनीति बहुत होती है, लेकिन गायों के हाल पर किसी को तरस नहीं आता. रेवाड़ी रेलवे स्टेशन के पास देर रात ट्रेन की चपेट में आने से एक गाय की दर्दनाक मौत हो गई. मृत गाय को ऊठाने कोई नहीं आया.
सुबह जब 80 वर्षीय भगवानी देवी सोकर उठीं तो उन्होंने देखा कि गाय रेलगाड़ी की चपेट में आकर मर गई है और उसे आवारा कुत्ते नोच रहे हैं. तब उनसे देखा नहीं गया और घर के बाहर ही हाथ में एक छड़ी लेकर गईं और कुत्तों से गाय को बचाती रही. ये सब सुबह 7 बजे से शुरू हुआ और दोपहर डेढ़ बजे तक चलता रहा.
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80 वर्षीय भगवानी देवी ने बताया कि उन्होंने सुबह गाय को देखा कि कुत्ते उसे नोंच रहे हैं इसलिए वो यहां बैठ कर गाय को कुत्तों से बचा रही है.
दोपहर तक बुजुर्ग गाय को कुत्तों से बचाती रही लेकिन गाय को ऊठाने न तो कोई गौरक्षक आया न कोई कर्मचारी.
आखिरकार जब स्थानीय निवासी ने गौ रक्षक दल को सूचना दी जब जाकर गौ रक्षक दल से टिंकू नाम का युवक आया. उसने जानकारी दी कि मैंने इस सम्बंध में नगर परिषद के अधिकारियों को अवगत भी कराया था लेकिन रविवार होने की वजह से साहब छुट्टी में व्यस्त थे तो वो यहां इसको उठाने के लिए नहीं पहुंच सके. टिंकू ने बताया कि आज इस गाय को हम हिन्दू रीति-रिवाज के अनुसार दफनायेंगे.