रेवाड़ी: जिला परिषद की हाउस बैठक में ग्रांट वितरण को लेकर जोरदार हंगामा हुआ और स्थिति यहां तक आ गई कि जिला प्रमुख बैठक को बीच में ही छोड़ कर चली गई.
ग्रांट के वितरण को लेकर थी बैठक
आपको बता दें कि जिला परिषद के 18 वार्ड में करोड़ों रुपए के विकास कार्य को कराने के लिए ग्रांट आई हुई है. इसी ग्रांट के वितरण को लेकर गुरुवार को जिला सचिवालय स्थित सभागार में हाउस की बैठक बुलाई गई थी. पहले हुई हाउस की बैठक में तो यह सहमति बनी थी कि जिला प्रमुख अपने हिसाब से सभी वार्डों में ग्रांट का वितरण करें.
ग्रांट वितरण को लेकर हंगामा, क्लिक कर देखें वीडियो वितरण को लेकर बड़ा विवाद
इस बैठक में कुछ पार्षदों ने यह विरोध जताया कि ग्रांट का वितरण सही तरीके से नहीं कराया जा रहा है और इसलिए अब वह इस प्रस्ताव से सहमत नहीं है. बैठक में विवाद बढ़ता देख जिला प्रमुख मंजूबाला बैठक को बीच में ही छोड़कर बाहर आ गई.
इस वजह से हुआ बड़ा विवाद
कुछ पार्षद चाहते हैं कि जिन वार्डों में विकास नहीं हुआ, वहां पर भी पैसा ना दिया जाए. लेकिन वह चाहती हैं कि सभी वार्डों में सामान विकास हो और सामान ग्रांट दी जाए और उन पार्षदों का कहना है कि मंजूबाला ने विकास कार्य के काम की लिस्ट को बदल दिया. जिला प्रमुख मंजूबाला के बाहर आने के बाद उप जिला प्रमुख जगफुल यादव की अध्यक्षता में ग्रांट वितरण की सहमति सुमन पार्षद के नाम पर बन गई है.
असहमति का कारण
बता दें कि जिला प्रमुख मंजू बाला केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह की बदौलत जिला प्रमुख बनी थी. लेकिन लोकसभा चुनाव से पहले उन्होंने राव इंद्रजीत का दामन छोड़कर दुष्यंत चौटाला की पार्टी दामन थाम लिया था और अब वह स्वराज इंडिया पार्टी की रेवाड़ी विधानसभा से उम्मीदवार के तौर पर सबके बीच में है. ऐसे में माना यह जा रहा है कि मंजूबाला स्वराज इंडिया पार्टी में शामिल हो गई हैं, इसलिए उसका विरोध किया जा रहा है.