रेवाड़ी: अमरनाथ में पवित्र गुफा के पास बादल फटने से हुए हादसे से हर कोई सहमा हुआ है. मलबे में दबने वाले लोगों के शव ढूंढकर निकाले जा रहे हैं. जयकारों से गूंज जाने वाले बाबा के धाम पर चितकार सुनाई दे रही है. हरियाणा के रेवाड़ी से भी 40 लोगों का जत्था अमरनाथ यात्रा पर गया हुआ है. ये जत्था पहलगाम में फंसा (rewari People stuck in Amarnath) हुआ है. जत्थे में शामिल लोगों को ना आगे जाने की अनुमति है और ना ही वापस लौटने की. रेवाड़ी से अमरनाथ गये जत्थे में शामिल भक्तों का कहना है एक-दो दिन में जब भी यात्रा शुरू होगी वह बाबा के दर्शन करके ही लौटेंगे.
अमरनाथ यात्रा के लिए रेवाड़ी से 5 जुलाई को शाम दीवाना मंडल से जुड़े भक्तों का एक जत्था रवाना हुआ था. एक बस में 40 लोग बाबा के दर्शनों के लिए निकले थे. जत्थे में शामिल गोपाल वर्मा, कुशल गोयल, लवकुश और अनीता यादव ने बताया कि शुक्रवार को ही बाबा के धाम के नजदीक पहुंचे थे. शनिवार को उन्हें पवित्र गुफा तक के लिए अपनी पैदल यात्रा शुरू करनी थी. गोपाल वर्मा ने बताया कि इसी बीच उन्हें एक सूचना मिली कि बाबा के धाम के पास बादल फट गया है. इस हादसे में बहुत से लोगों की मौत हो गई है.