रेवाड़ी: मनुष्य की तरफ पौधों को भी संतुलित आहार की जरूरत होती है. ताकि वो स्वस्थ रहें और पैदावार में बढ़ोतरी हो. एक पौधे को संतुलित आहार मिलता रहे तो वो अपने समय के अनुसार स्वस्थ रहता है और निरंतर उसकी बढ़ोतरी में इजाफा होता रहता है. अगर ऐसा नहीं होता और पौधे की खुराक में किसी प्रकार की कमी रह जाए तो पौधा बढ़ने की बजाए धीरे-धीरे सूखने और अपने पत्ते छोड़ने लगता है, आखिर में वो नष्ट हो जाता है.
पौधों में खुराक की कमी के लक्षण पत्तों में दिखाई देने लगते हैं. पौधा धीरे-धीरे सूखने लगता है, और तब उसको पानी मिलता है तो वो खुराक की आवश्यकता महसूस करता है. यदि उस समय में उस पौधे को उचित खुराक नहीं दी जाती तो वो पौधा नष्ट हो जाता है. ऐसी स्थिति में किसान भाई समझ लेता है कि फसल में कोई बीमारी लग गई जिसकी वजह से पौधे नष्ट हो रहे हैं. लेकिन ऐसा होता नहीं है. फसल को उचित मात्रा में खाद नहीं दी जाती तो जब पौधा बढ़ा होता है और फल छोड़ने लगता है तो उसे अधिक खुराक की जरूरत महसूस होती है लेकिन पानी के अलावा उसे कुछ मिलता नहीं तो तो पौधे मुरझाने और सूखने लगते हैं और धीरे-धीरे नष्ट हो जाते हैं.