पानीपत:हरियाणा और उत्तर प्रदेश को जोड़ने वाले मुख्य यमुना ब्रिज की हालत खस्ता हो चुकी है. लोग जान जोखिम में डालकर पुराने पुल से आवागमन करते हैं. हर समय व्यस्त रहने वाला पुल कभी भी किसी भी अनहोनी का शिकार हो सकता है. पुराना पुल कंडम घोषित होने और नेशनल हाईवे की मंजूरी मिलने के बाद यमुना पर 85 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले नये पुल का निर्माण कार्य पिछले एक साल से जोरों से चल रहा था.
वहीं अब हथिनी कुंड बैराज से यमुना में छोड़े गए पानी के बाद इस पुल का कार्य बीच में ही रोकना पड़ गया है. मात्र दो ही पिलर का कार्य बाकी था और अचानक मानसून की दस्तक के बाद यमुना में पानी आ गया और कार्य को बंद करना पड़ा. अब छह महीने बाद पुल के आखिरी दो पिलरों का निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा. तब तक लोग पुराना पुल का ही इस्तेमाल करेंगे जो कि खतरनाक हो सकता है.
स्थानीय लोगों का कहना है कि यमुना में नहाने के लिए हजारों श्रद्धालु इन दिनों आते हैं और पुल की इस तरह की हालत को देखकर हर समय यही डर बना रहता है कि कोई हादसा ना हो जाए. दो राज्यों को जोड़ने वाले इस नये पुल का निर्माण कार्य अब 6 महीने बाद शुरू किया जाएगा तब तक लोग जान जोखिम में डालकर पुराने पुल का ही इस्तेमाल करेंगे.