पानीपत:मुसीबत से तू ज्यादा डर या खौफ न रख, तुझे जीत मिलेगी एक दिन बस हौंसला रख...। किसी शायर की लिखी हुई यह शायरी हरियाणा के पानीपत की रहने वाली जानों नाम की इस महिला पर पूरी तरह से सटीक बैठती है. दरअसल कुछ साल पहले जानो के पति एक हादसे का शिकार हो गए. इस हादसे मे वे पूरी तरह से अपंग हो गए. हालात ने जानो इस कदर लाचार कर दिया कि उन्हें लगने लगा कि अब तो सब कुछ खत्म हो गया, लेकिन वे इसको मानने के लिए तैयार नहीं थी. उनका मानना था कि अगर मैं ही टूट जाउंगी तो मेरे परिवार का क्या होगा. एक गृहणी होने के बावजूद महिला ने दूध बेचने जैसे मुश्किल काम को चुन लिया.
जानो दिखने में किसी साधारण महिला की तरह ही है पर उनकी कहानी असाधारण और लोगों को प्रेरित करने वाली है. मुस्लिम समुदाय की जानो रोजाना 90 लीटर दूध कंटेनरो में भरकर बाइक से पानीपत का रुख करती हैं. हर कोई सोचता है ये दूध बेचने का काम तो मर्दों का है. पर यहां तो चट्टान से भी ज्यादा मजबूत इरादों वाली एक महिला हर मुश्किल हालातों से जूझते हुए ये काम पूरी शिद्दत से करती हैं. पशुपालन के काम से जुड़ी जानो का दूध बेचने का यह व्यवसाय उनका खुद का है. पहले ये काम उनके पति करते थे.
जानो ने बताया कि उसके पति कुछ समय पहले एक्सीडेंट में अपंग हो गए थे. उस दौरान उनका बेटा पांच साल का था. वो भी बीमार था. इसके बाद परिवार की सारी जिम्मेदारी उसके ऊपर आ गई. तब से उसने अपने पति के इस व्यवसाय को खुद ही संभालने की ठान ली. इसके बाद जीवन में आई हर मुश्किलों से लड़ते हुए वे आज अपने पूरे परिवार की जिम्मेवारी संभाल रही हैं.