पानीपत टोल प्लाजा पर टैक्स बढ़ा, सिर्फ मंथली पास वालों को मिली मामूली राहत - मुरथल टोल सोनीपत
पानीपत टोल प्लाजा (Panipat Toll Plaza) पर वाहनों से वसूला जाने वाला टोल टैक्स बढ़ गया है. अब यहां से गुजरने वाले वाहनों से नई रेट लिस्ट के हिसाब से टोल टैक्स लिया जाएगा. जाने नई लिस्ट के रेट क्या है?
पानीपत टोल प्लाजा पर टैक्स बढ़ा, सिर्फ मंथली पास वालों को मिली मामूली राहत
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Published : Jul 29, 2022, 4:11 PM IST
पानीपत:राष्ट्रीय राजमार्ग 44 पर स्थित टोल प्लाजा पर वाहनों से वसूला जाने वाला टैक्स कुछ बढ़ गया है. अब यहां से गुजरने वाले छोटे वाहनों का पांच और बड़े वाहनों का 15 रुपये किराया बढ़ाया गया है. हालांकि मंथली पास बनवाने वाले वाहन चालकों को थोड़ी राहत मिलेगी. रोजाना पानीपत टोल प्लाजा (Panipat Toll Plaza ) से लगभग 40 हजार वाहन गुजर रहे हैं. इन वाहनों में कार और गुड्स कैरियर वाहनों की तादाद सबसे अधिक है. पानीपत टोल प्लाजा से औसतन हर घंटे में एक हजार से अधिक कारें और 350 से अधिक बस और अन्य कामर्शियल वाहन गुजरते हैं.
अब ये रेट हुए लागू
वाहन
पहले रेट
अब रेट
स्थानीय वाहन
कार, जीप, वैन
35
40
20
हल्के कॉमर्शियल वाहन
55
60
30
बस और ट्रक
105
120
60
हैवी व्हीकल
105
120
60
60 किलोमीटर के दायरे में आते हैं पांच टोल-केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी 60 किलोमीटर से कम दूरी के बीच टोल नाका नहीं होने की बात कही थी. दूसरी तरफ सरकार पानीपत में हरिद्वार रोड (Panipat Haridwar Road) पर भी टोल लगाने की तैयारी कर रही है. मतलब ये कि अब पानीपत के पास 60 किलोमीटर के दायरे में पांच टोल प्लाजा हैं. इसमें एक टोल पानीपत में तो दूसरा घरौंडा (करनाल) के पास है. इन दोनों टोल प्लाजा के बीच की दूरी 17 किलोमीटर है. इसी तरह सोनीपत जाते समय मुरथल टोल (Murthal Toll Sonipat) और डाहर का टोल आता है. अब तक यह पता नहीं कि इनमें से कौन सा टोल बंद होगा.
टोल टैक्स खत्म न होने के संदर्भ में करनाल लोकसभा सांसद संजय भाटिया का कहना है कि फ्लाइओवर बनाने के एवज में टोल टैक्स लगा है. कंपनियां अपने एग्रीमेंट दिखा रही हैं. सबसे पहले संजय भाटिया ने संसद में यह मुद्दा उठाया था कि पानीपत में बिना फ्लाइओवर का प्रयोग करने वालों को भी टोल देना पड़ रहा है. इन दिनों दिल्ली जाने वालों के लिए तो बीबीएमबी के पास रास्ता दिया गया लेकिन जो लोग फ्लाई ओवर के नीचे से जा रहे हैं. उन्हें सेक्टर 29 से होकर जाना पड़ रहा है. तीन किलोमीटर की परेशानी अलग से लोगों को झेलनी पड़ रही है.