पानीपत:जिला जेल में बंद 21 साल के कृष्ण नाम के कैदी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई. कैदी की मौत अस्पताल ले जाते वक्त हुई थी. लड़की पर तेजाब डालकर उसे मारने के मामले में कैदी सजा काट रहा था. मृतक के परिजनों ने जेल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगया है. परिजनों का कहना है कि जेल प्रशासन के कारण ही कैदी की मौत हुई है.
पानीपत जेल में 21 वर्षीय कैदी की संदिग्ध मौत, देखें वीडियो पानीपत जेल में बंद कैदी की मौत
वहीं जेल प्रशासन का कहना है कि ये उनकी लापरवाही नहीं बल्कि कैदी बीमार था, जिसके कारण उसकी मौत हुई है. आपको बता दें कि कैदी को पानीपत के सामान्य अस्पताल में लाया गया, जहां डॉक्टर्स ने कृष्ण को मृत घोषित कर दिया.
ये है परिजनों का आरोप
परिजनों का आरोप है कि पुलिस की लापरवाही के कारण कैदी की मौत हुई है. परिजनों ने कहा कि मृतक कृष्ण के नाक से रक्त निकल रहा था, जिसके बाद परिजनों का शक बढ़ गया. मृतक कैदी के भाई संदीप ने बताया कि पुलिस ने कैदी के मरने के बाद ही सूचना क्यों दी? जबकि बीमार के समय परिजनों को बताना चाहिए था. परिजनों ने जेल प्रशासन पर गंभीर आरोपी ये भी लगाया कि कैदी को मृत अवस्था में ही अस्पताल लाया गया था.
ये है पुलिस प्रशासन की दलील
वहीं पुलिस ने लापरवाही के आरोपों से इनकार किया है. पुलिस का इस मामले में कहना है कि कैदी अचानक बीमार हुआ था. जैसे ही कैदी ने उल्टी की तो जेल प्रशासन उसे अस्पताल ले गया. अस्पताल ले जाते समय कैदी को कई हिचकियां आई, जिससे उसे सांस लेने में दिक्कत हुई. कैदी को आपातकालीन में ले जाया गया था. जिसे डॉक्टर्स ने मृत घोषित किया था. सहायक जेल ने कैदी की तारीफ भी की और कहा कि वो पढ़ा लिखा लड़का था और अपनी सेवाएं देता था. उन्होंने कहा कि कैदी की ऐसी हालत पर जेल प्रशासन तैयार होता है. यहां सभी कैदी का ध्यान रखा जाता है.
इस वारदात का आरोपी था कैदी
आपको बता दें कि साल 2017 में 21 वर्ष के कृष्ण ने अपनी प्रेमिका से शादी के लिए अपनी दोस्त को प्रेमिका के कपड़े पहना कर तेजाब से जला दिया था और फिर लड़की और कृष्ण भाग गए थे. इस केस में पुलिस को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा था. कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस ने आरोपी गिरफ्तार किया था. आरोपी पहले करनाल जेल में था जिसे बाद में पानीपत जेल में शिफ्ट कर दिया गया था. आरोपी को आजीवन कारावास की सजा मिली थी.
पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार
परिजनों ने भी जेल प्रशासन पर लापरवाही के आरोप लगाते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की है. फिलहाल पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा.