पानीपत: कोरोना ने एक बार फिर पुराने दिन याद दिला दिए हैं. ऐसा लग रहा है मानो सिर्फ साल और महीने बदले हों, जबकि हालात तो पिछले साल जैसे ही हैं. बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए हरियाणा सरकार ने एक बार फिर लॉकडाउन क्या लगाया. प्रदेश के लाखों लोगों पर ना सिर्फ आजिविका का संकट मंडराने लगा बल्कि घर वापसी करने वाले प्रवासियों की भी मुश्किलें बढ़ गई.
लॉकडाउन का असर रेलवे स्टेशनों और बस स्टैंडों पर भी देखने को मिल रहा है. अब सिर्फ इक्का-दुक्का ट्रेनें ही पटरी पर दौड़ रही हैं तो वहीं सड़कों पर हरियाणा रोडवेज की बसों की संख्या भी ना के बराबर ही हो गई है. रेलवे स्टेशन पर बैठे किशन चंद नाम के बुजुर्ग कुली ने बताया कि लॉकडाउन से पहले वो लगभग 600 से 700 रुपये प्रतिदिन कमा लेता था, लेकिन अब उसकी आजीविका मात्र 10 फीसदी ही रह गई है.
जब स्टेशन पर दुकान लगाने वाले विजय नाम के वेंडर से बात की गई तो उसने भी यही कहा कि कोरोना और लॉकडाउन ने उसका काम ही चौपट कर दिया है. वो तो अब सिर्फ लॉकडाउन हटने का ही इंतजार कर रहा है.
वहीं ऐसा ही हाल देखने को मिला रिक्शा चलाने वालों का. जिनके आगे रोजी-रोटी का संकट गहरा गया है. एक रिक्शा चालक ने बताया कि सवारी नहीं मिल रही है. जिसकी वजह से वो रिक्शा का किराया तक नहीं निकाल पा रहा है.