पानीपत: हरियाणा के जिला पानीपत में पुलिस द्वारा हत्या के मामले को दबाने का मामला सामने आया है. जानकारी के मुताबिक, हत्या के मामले को नेचुरल डेथ बनाकर पुलिस ने मामले को दबाने की कोशिश की. जिसके चलते पानीपत के चांदनी बाग थाना एसएचओ, जांच अधिकारी और SA (सुरक्षा एजेंट) पर गाज गिरी है. तीनों को एसपी ने लाइन हाजिर किया है.
दरअसल, मामला एक हत्या की वारदात से जुड़ा है. जिसे पुलिस ने हत्या की बजाय प्राकृतिक मौत होना दिखाया है. इतना ही नहीं, मामले का सीसीटीवी होने के बावजूद भी पुलिस ने मृतक के परिजनों की एक नहीं सुनी और किसी भी तरह की कार्रवाई नहीं की. मामले की भनक लगने पर एसपी अजीत सिंह शेखावत ने इसकी जांच सीआईए वन से करवाई.
जांच के दौरान कई खुलासे होने पर चांदनी बाग थाना प्रभारी इंस्पेक्टर कर्मवीर, ASI सतीश और सुरक्षा एजेंट ESI बलविंद्र को लाइन हाजिर कर दिया. साथ ही कई संदिग्ध आरोपियों को राउंडअप भी किया गया.
प्रत्यक्षदर्शी राजू ने बताया था कि वह बबैल नाका के पास का रहने वाला है. वह कबाड़ी का काम करता है. 18 दिसंबर 2023 दिन रविवार की रात करीब 7 बजे वह अपने साथी 27 वर्षीय आरिफ के साथ खाना खाने के लिए नाका के ही पास प्रेमी ढाबा पर गया था. जहां आरिफ की ढाबे पर वेटर का काम करने वाले चौटाला नाम के युवक से कहासुनी हो गई.
कहासुनी के दौरान चौटाला ने आरिफ की मारपीट करनी शुरू कर दी. इतना ही नहीं, उसने फोन कर अपने दोस्तों को भी वहां बुला लिया. मौके पर एक बाइक पर सवार 4 युवक आए. जिन्होंने वहां आते ही दोनों युवकों पर लाठी-डंडों से हमला कर दिया. इसी बीच राजू वहां से भाग निकला. इसके बाद वे आरिफ को पीटते रहे. काफी देर बाद किसी से सूचना मिली कि आरिफ की मौत हो गई है. लेकिन पुलिस ने प्रत्यक्षदर्शी की भी नहीं सुनी थी और मामले को रफा दफा कर दिया था. जिसके बाद अब तीनों पुलिसकर्मियों को लाइनहाजिर किया गया है.
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