पानीपत:पानीपत में दो नाबालिग भाइयों का बाल-विवाह को रोकने का मामला सामने आया है. घटना जिले के अतोलापुर गांव की है. दोनों भाइयों के विवाह बालिग लड़कियों से किए जा रहे थे. जहां नाबालिगों की उम्र 15 व 17 वर्ष थी वहीं इनकी होने वाली दुल्हन 23 व 25 साल की थी. इस बाल विवाह की सूचना मिलने पर बाल विवाह निषेध अधिकारी मौके पर पहुंची और शादी को रुकवाया.
जानकारी के अनुसार अतोलापुर गांव के 17 वर्षीय मनीष की 25 वर्षीय कविता के साथ शादी होनी थी. वहीं 15 वर्षीय साहिल की 23 वर्षीय प्रियंका से शादी तय थी. दोनों की बारात पानीपत के गांव नारायण के एक घर में जानी थी. घर से बारात निकलने पहले ही पुलिस मौके पर पहुंच गई. पुलिस ने दोनों के जन्म प्रमाण पत्र चेक किए, जिसमें नाबालिग पाए जाने पर इनकी शादी को रुकवा दिया गया. बाल निषेध अधिकारी को परिजनों ने इनकी शादी 21 वर्ष पूरे होने पर कराने का आश्वासन दिया है.
शादी पर रोक लगाने पर पंडाल में बच्चे का जन्मदिन मनाया गया. पढ़ें:करनाल नंदीग्राम गौशाला में 45 गायों की मौत, यूपी से आए चारे में जहर होने की आशंका
बाल विवाह निषेध अधिकारी रजनी गुप्ता ने बताया कि उन्हें गांव अतौलापुर में दो लड़कों के बाल विवाह होने की सूचना मिली थी. सूचना के आधार पर वह मौके पर पहुंची. जहां उन्होंने देखा कि शादी की तैयारियां चल रही थी. घर के बाहर टैंट लगा हुआ था. मौके पर लड़कों के पिता मिले. जिससे दोनों लड़कों के स्कूल सर्टिफिकेट मांगे गए. इन सर्टिफिकेट के आधार पर एक लड़के की उम्र 17 साल व दूसरे की उम्र 15 साल है. जिसके बाद यह शादी रोक दी गई.
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शादी रुकी तो मनाया जन्मदिन:जब बाल विवाह निषेध अधिकारी पानीपत ने नाबालिग होने के कारण शादी पर रोक लगा दी तो पंडाल में शादी की जगह बच्चे का जन्मदिन मनाया गया. इस दौरान घर पहुंचे सैकड़ों मेहमानों को खाना खिलाया गया. नाबालिग बच्चों के पिता ने बाल विवाह निषेध अधिकारी रजनी गुप्ता को लिखित में बयान देकर बच्चों के बालिग होने पर शादी कराने का आश्वासन दिया है. जिसमें उन्होंने इससे पहले शादी करने पर वह और उसका परिवार कानूनी कार्रवाई के लिए जिम्मेदार होने की बात कही है.