पानीपत: कोरोना की दूसरी लहर अब बेअसर होती दिखाई दे रही है. जिसके चलते जनजीवन अब तेजी से सामान्य हो रहा है. सभी उद्योग-धंधों के साथ अर्थव्यवस्था अब पटरी पर लौट रही है. कोरोना काल में जब लोग एक दूसरे के संपर्क में आने से परहेज करते थे तो उन्होंने खरीदारी का ऑनलाइन (online business panipat) माध्यम चुना. अब हर कोई कोई भी सामान घर बैठे ऑलनाइन तरीके से मंगवाना ज्यादा पसंद करता है. व्यापार भी अब ज्यादातर ऑनलाइन तरीके से किया जाने लगा है.
इसका सीधा असर पानीपत की डॉमेस्टिक मार्केट (Panipat Domestic Market) पर पड़ा है. ऑनलाइन शापिंग या व्यापार की वजह से पानीपत की डॉमेस्टिक मार्केट में काम आधा ही रह गया है. पानीपत का सबसे बड़ा पचरंगा बाजार जो कि इन दिनों खचाखच भरा रहता था. आज ये सुकड़ कर 50% रह गया है, क्योंकि पानीपत में आने वाले भारत के कोने कोने से व्यापारी अब ऑनलाइन कंपनी को ऑर्डर देते हैं. जिसके कारण छोटे दुकानदार और व्यापारी की दुकानदारी प्रभावित (online business affected domestic market ) हुई है.
ऑनलाइन बिजनेस से 50 प्रतिशत तक प्रभावित हुई डोमेस्टिक मार्केट, व्यापारियों के सामने आर्थिक संकट पचरंगा बाजार के प्रधान अशोक नारंग ने बताया कि इन दिनों उनका सीजन शुरू हो जाता था और दिवाली के त्योहार से पहले खरीदारी जमकर हुआ करती थी, लेकिन अब ना यहां कोई व्यापारी पहुंच रहा है और ना ही कोई बड़ी खरीदारी के लोग आ रहे हैं, क्योंकि ज्यादातर लोग ऑनलाइन शॉपिंग और व्यापार करना पसंद करते हैं. जिन लोगों के ऑनलाइन बिजनेस है वो तो लगातार फल फूल रहे हैं. बाकि दुकानदार लगातार नीचे आ रहे हैं. ऐसा ही चलता रहा तो इससे दुकानदारी लगभग ना के बराबर हो जाएगी.
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एक्सपोर्टर विनोद धमीजा ने भी ये बात मानी. उन्होंने कहा कि करोना के बाद उन्हें लगातार ऑर्डर पर ऑर्डर मिल रहे हैं. ऑनलाइन काम भी उनका बढ़ने लगा है. पर जो डॉमेस्टिक मार्केट थी वो ऑनलाइन काम से प्रभावित हुई है. लोग कंबल मार्केट में बहुत कम देखने को मिल रहे हैं. बाहर से आने वाले व्यापारी भी कम हो गए हैं, क्योंकि सब ऑनलाइन ऑर्डर दे रहे हैं. यो चलन दिन-प्रतिदिन बढ़ रहा है. ज्ससो डोमेस्टिक मार्केट ही नहीं बल्कि एक्सपोर्ट मार्केट भी प्रभावित हो सकती है. विनोद धमीजा के मुताबिक ऑनलाइन व्यापार से एक्सपोर्ट मार्केट 25 से 30% प्रभावित हुई है. वहीं डोमेस्टिक मार्केट 50 से 60% तक प्रभावित हुई है.