पानीपत: सरकार और डॉक्टरों के बीच चल रही खींचतान के बीच प्रदेश की आम जनता पिस रही है. सांकेतिक हड़ताल के बाद डॉक्टरों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है. 27 दिसंबर को डॉक्टरों ने केवल ओपीडी सेवा बंद की थी, सरकार के साथ मांगों पर कोई सहमति नहीं बनने के बाद शुक्रवार से ऑपरेशन भी बंद कर दिया गया. अब केवल इमरजेंसी सेवा चालू है.
शवों को पोस्टमार्टम का इंतजार- पानीपत सिविल अस्पताल में हड़ताल के चलते जिंदा मरीजों के साथ ही मुर्दा भी परेशान हैं. सबसे बड़ी समस्या उन मृतकों के परिजनों को आ रही है जिनकी डेड बॉडी शव गृह में रखी हुई है. अस्पताल में आए मरीजों ने बताया की ओपीडी के लिए डॉक्टर बाहर से बुलाए गए हैं. बाहर से आए डॉक्टर ही इमरजेंसी सेवाओं को देख रहे हैं. हालांकि सभी गंभीर मरीजों को पीजीआई रेफर किया जा रहा है.
पानीपत सिविल अस्पताल में 5 शव- एक मृतक के परिजन ने बताया कि उनका 21 साल का मूक बधिर भाई ट्रेन हादसे का शिकार हो गया. कल से उसकी डेड बॉडी पानीपत सिविल अस्पताल में ही रखी हुई है. अभी तक पोस्टमार्टम नहीं हुआ है. जब वो अपनी समस्या को लेकर सीएमओ के पास गए तो उन्होंने बताया कि 2 बजे के बाद डॉक्टर जाकर पोस्टमार्टम करेंगे. अभी तक पानीपत सिविल अस्पताल में पांच डेड बॉडी आ चुकी हैं, जिनका पोस्टमार्टम नहीं हुआ है.
पोस्टमार्टम करवाने आए जीआरपी के जांच अधिकारी ने बताया कि सुबह से डेड बॉडी की कागजी कार्रवाई पूरी की जा चुकी है लेकिन डॉक्टरों की हड़ताल के कारण शव मोर्चरी में ही पड़ा है. सिविल सर्जन ने आश्वासन दिया है इसलिए वो इंतजार कर रहे हैं ताकि मारे गए लोगों का पोस्टमार्टम करवाकर शव को परिजनों को सौंप दिया जाए.