पानीपत:थाना पुराना औद्योगिक प्रभारी इंस्पेक्टर वीरेंद्र ने बताया कि जीतगढ़ निवासी मुकेश ने शिकायत देकर बताया था कि उसके ताऊ के लड़के अमराज के जरिए वो आजाद नगर निवासी सौरव और उसकी मां सुनीता से मिला था. उसको तीनों ने बताया कि वो लोगों को विदेश भेजने का काम करते हैं. वह और उसका साला विक्रम निवासी पिल्लू खेड़ा भी विदेश जाना चाहते थे. 8 दिसम्बर 2022 को अमराज के घर पर एक प्रोग्राम था. जहां पर सौरव, कृष्ण व साहिब जलानी भी आए हुए थे.
सौरव ने अमराज के माध्यम से आश्वासन दिया की वो उसको व उसके साले को जर्मनी भेज देंगे. सौरव ने विदेश भेजने का काम शुरू करने की बात कहकर 19 दिसंबर को घर पर 2 लाख रुपए मंगवाए. उसके ताऊ का लड़का अमराज सौरव के घर जाकर उसकी मां सुदेश को पैसे देकर आया. 7 जनवरी को कृष्ण ने 25 हजार रुपए गूगल पे के माध्यम से ट्रांसफर करवा लिए. सौरव व कृष्ण के कहने पर कृष्ण का भाई 17 जनवरी को घर आकर उनसे 4 लाख रुपए कैश ले गया. आरोपी सौरव, कृष्ण व साहिब जलानी ने टिकट बुक करवाने के नाम पर 10 लाख रुपए की राशि उनसे डॉलर में तब्दील करवाकर 22 व 23 जनवरी को नोएडा होटल में बुलाकर ले लिए. होटल से एक सप्ताह बाद उन्हे यह कहते हुए घर भेज दिया की अभी और समय लगेगा.
शिकायत के मुताबिक आरोपियों ने 15 फरवरी को युक्रेन यूनिवर्सिटी का लेटर भेजकर वीएफएस अप्वाइंटमेंट के लिए उन दोनों को 22 फरवरी को दिल्ली बुलाया. 11 अप्रैल को दोबारा से वीएफएस के लिए दिल्ली बुलाया. अमराज के साथ उसने दिल्ली पहुचंकर फोन पर साहिब जलानी से बात की. साहिब जलानी ने फोन पर कहा कि उसके कागजात पूरे नही हैं. वो फर्जी मार्कशीट बनवाकर भेज रहा है. 23 अप्रैल को अजरबैजान का वीजा देकर आरोपी सौरभ कहने लगा कि बाद में उसे जर्मनी भेज देगा. जर्मनी के टिकट और वीजा के लिए आरोपी सौरव ने घर पर 3 लाख रुपए देकर आने के लिए कहा. अमराज ने 30 अप्रैल को उनके घर पर जाकर 3 लाख रुपए दे दिए.