पानीपत:जाने माने एथलीट और ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा बेंगलुरू में अचानक एक स्कूल के बच्चों की बीच पहुंच गये. अचानक नीरज चोपड़ा को अपने बीच देखकर सभी बच्चे हैरान रह गए. नीरज चोपड़ा अपनी ट्रेनिंग के बीच में भारत लौटे हैं. इसी दौरान वो चोपड़ा येलहंका के विश्व विद्यापीठ स्कूल पहुंचे और छोटे बच्चों के साथ समय बिताया. नीरच जब स्कूल में दाखिल हुए तो बच्चों का स्पोर्ट का क्लास चल रहा था.
बच्चे नीरज चोपड़ा के आने के बारे में एकदम अंजान थे. स्कूल की क्लास में नीरज चोपड़ा उस समय दाखिल हुए जब टीचर बच्चों को ओलंपिक और नीरज के बारे में ही बता रहे थे. इसी बीच अचानक नीरज चोपड़ा के क्लास में पहुंचते ही कई बच्चे भावुक हो गये. नीरज ने बच्चों को गले से लगा लिया. नीरज चोपड़ा ने अपने ट्विटर अकाउंट पर स्कूल का या वीडियो भी शेयर किया है.
ये भी पढ़ें-नीरज चोपड़ा के गोल्ड मेडल के बाद हरियाणा में बच्चों का जोश हाई, दोगुने हुए स्टेडियम में एडमिशन
नीरच चोपड़ा ने कहा कि जब भी मैं छोटे बच्चों के चेहरे पर मुस्कान ला पाता हूं तो मुझे बहुत खुशी होती है. ये मौका मेरे लिए और भी ज्यादा खास था क्योंकि बच्चों को मेरे स्कूल पहुंचने की कोई उम्मीद नहीं थी. नीरज ने बताया कि मुझे बेंगलुरु एक कार्यक्रम में शामिल होना था लेकिन कार्यक्रम से पहले काफी समय था. इसीलिए अचानक स्कूल में जाने का विचार आया. समय का सदुपयोग करके मुझे काफी खुशी है. नीरज ने कहा कि मुझे उम्मीद है कि मुझसे मिलने के बाद बच्चों में एथलीट बनने की प्रेरणा जागेगी.
बच्चों से बात करते नीरज चोपड़ा.
नीरज चोपड़ा बेल्लारी में इंस्पायर इंस्टीट्यूट ऑफ स्पोर्ट का दौरा करने के लिए भी तैयार हैं. उन्होंने छोटे बच्चों से बात करने, ऑटोग्राफ पर हस्ताक्षर करने और अपने ओलंपिक स्वर्ण जीतने की उपलब्धि को याद करने में समय बिताया. सबसे खास मौका तब आया जब नीरज के सामने ओलंपिक में उनके पदक जीतने के बाद बजाये गये राष्ट्रगान के वीडियो को चलाया गया. ये देखकर नीरज चोपड़ा ने कहा कि उस गौरवान्वित करने वाले क्षण की यादें ताजा हो गईं.
नीरज चोपड़ा ने बच्चों को ऑटोग्राफ दिये.
ये भी पढ़ें-नीरज चोपड़ा ने रचा इतिहास, डायमंड लीग फाइनल जीतने वाले पहले भारतीय बने