पानीपत : निरंकारी संत समागम 2023 के दूसरे दिन करीब 6 लाख श्रद्धालु पानीपत पहुंचे. पंडाल में हर तरफ भीड़ ही भीड़ नज़र आ रही है. सत्संग पंडाल में तो भीड़ थी ही, साथ ही में प्रदर्शनी, लंगर, स्टॉल्स पर, कैंटीन में, चिकित्सा शिविरों समेत सभी जगह भारी तादाद में श्रद्धालु मौजूद थे.
सेवा दल के सदस्यों ने की सेवा :निरंकारी संत समागम के दूसरे दिन सेवा दल के जवानों ने प्रार्थना की, पीटी परेड की, शारीरिक करतब दिखाए और सेवा का संदेश दिया. सेवादल ने करीब 650 एकड़ में फैले समागम स्थल में जगह-जगह जाकर सेवा की. इसके बाद सद्गुरू माता सुदीक्षा महाराज ने वहां पहुंचे श्रद्धालुओं को प्रवचन देना शुरू किया.
सद्गुरू माता सुदीक्षा का संदेश :माता सुदीक्षा ने प्रवचन के जरिए अहंकार को दूर कर नि:स्वार्थ भाव से सेवा करने का लोगों को संदेश दिया. उन्होंने कहा कि समर्पित भाव से की जाने वाली सेवा ही स्वीकार होती है. अगर हम सच्चे भाव से सेवा के लिए जाते हैं तो वो सेवा महान सेवा कहलाती है. अगर जीवन में कभी भी कहीं पर सेवा करने का मौका मिले तो पीछे नहीं हटना चाहिए. हमें उस सेवा को सिर्फ औपचारिकता ना समझते हुए पूरी लगन और श्रद्धा से करना चाहिए. जब हम सेवा को सेवा के भाव से करेंगे तो फिर उस जगह का महत्व बाकी नहीं रहता, सिर्फ सेवा का महत्व रहता है. अगर हम ऐसी सेवा करने का भाव मन में ले आए तो निश्चित तौर पर ऐसी सेवा से मानव कल्याण अवश्य होगा.
रोजाना 400 क्विंटल से ज्यादा बन रहा खाना :समागम में बनाए गए चारों ग्राउंड में अलग-अलग लंगर के इंतज़ाम किए गए हैं. इन लंगरों में रोजाना करीब 400 क्विंटल से ज्यादा खाना बनाया जा रहा है. श्रद्धालुओं के लिए तैयार किए जा रहे इस खाने को बनाने के लिए ख़ास बर्तनों का इस्तेमाल भी किया जाता है. सबसे पहले बात करें कड़ाही की तो लंगर के लिए बड़ी कड़ाहियों का इस्तेमाल हो रहा है. एक कड़ाही में करीब 5 क्विंटल दाल, दूसरी कड़ाही में चावल बनाए जाते हैं.