पानीपत:उत्तर भारत में कड़कड़ाती सर्दी ने दस्तक दे दी है. पहाड़ी इलाकों में हो रही बर्फबारी से शीत लहर मैदानी इलाकों में भी कहर बरपा रही है. बीती रात हरियाणा के पानीपत जिले में 6 डिग्री तापमान (severe winter in haryana) नोट किया गया था. ऐसे में लोगों की समस्याएं बढ़ गई है. जो लोग सड़कों पर सोने को मजबूर है उनकी स्थिति इन दिनों काफी दयनीय है. हाड़ कंपा देने वाली ये सर्दी सड़कों पर सोने वाले लोगों के लिए बड़ी समस्या है.
ऐसे में प्रशासन द्वारा बेघर लोगों के लिए रात गुजारने के लिए एक रैन बसेरा बनाया गया है. रेन बसेरों में पुख्ता इंतजाम भी किए गए हैं. मात्र 6 लोगों के सोने के लिए ईटीवी भारत की टीम ने पानीपत में बने रैन बसेरों का रात के समय रियलिटी चेक किया. इस दौरान बेघर लोग पानीपत रैन बसेरा (Night Shelter in Panipat) के आसपास खुले आसमान के नीचे रात गुजारते दिखाई दिए. छोटे-छोटे बच्चों के साथ महिला बुजुर्ग एक छोटे से कंबल के सहारे रात गुजारने को मजबूर दिखाई दी.
लगातार बढ़ रही ठंड से लोगों के बचाव के लिए सरकार द्वारा रैन बसेरे बनाकर और बेघर लोगों को छत देने का दावा किया गया था. लेकिन हमारे इस रियलिटी चेक में यहां भी प्रशासन के सभी दावे फेल दिखाई दिए. वहां सो रहे लोगों से पूछा तो जवाब मिला कि रेन बसेरा कभी खुलता ही नहीं है और रैन बसेरा में चोरी का डर भी लगातार बना रहता है. प्रशासन ने इस रैन बसेरे को सिर्फ खानापूर्ति के लिए ही बनाया है. उद्योग की नगरी में रोजाना हजारों प्रवासी लोगों का आना-जाना होता है. ऐसे में सिर्फ 6 बिस्तर का रैन बसेरा किस-किस को आसरा देगा.
पिछले 2 दिन से सर्दी लगातार बढ़ रही है पर इन बेघर लोगों के लिए बनाया गया रैन बसेरा ऐसी जगह है जिसके बारे में किसी को मालूम ही नहीं है. जिसे मालूम है वह यहां रुक नहीं पाता. प्रशासन के मुताबिक इन बेसहारा लोगों के पास आधार कार्ड नहीं है. आधार कार्ड के बिना यह इस रैन बसेरे में पनाह नहीं ले सकते. वहीं पानीपत के बस स्टैंड पर और रेलवे स्टेशन पर लोग खुले में सोते दिखाई दिए.