पानीपत:हरियाणा के स्टार जैवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा (Javelin Thrower Neeraj Chopra) ने टोक्यो ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रचा है. नीरज ने भारत को ओलंपिक में एथलेटिक्स में पहला गोल्ड मेडल दिलवाया है. वहीं सोमवार को देश वापस लौटने पर जहां उनका जोरदार स्वागत हुआ वहीं दिल्ली के अशोका होटल में खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने उन्हें सम्मानित भी किया. नीरज के गोल्ड मेडल जीतने के बाद जहां सोशल मीडिया पर उनके फॉलोअर्स की संख्या भी तेजी से बढ़ गई है तो वहीं अब उन्हें नेशनल क्रश (national crush) भी बोला जा रहा है.
इसके अलावा उनकी जिंदगी से जुड़े कई किस्से भी उनके परिजनों द्वारा सुनाए जा रहे हैं. जैसे कि वजन कम करने के लिए नीरज ने स्टेडियम जाना शुरू किया था और फिर देखते ही देखते वे स्टार जैवलिन थ्रोअर बन गए. वहीं नीरज से जुड़ा एक और दिलचस्प किस्सा है जो खुद नीरज के चाचा सुरेंद्र ने बताया. उन्होंने बताया कि नीरज को गांव में सरपंच (neeraj sarpanch story) बुलाते हैं. नीरज के चाचा सुरेंद्र ने बताया कि ये किस्सा तब का है जब नीरज 15 साल का था. नीरज बचपन में ज्यादा मोटा हुआ करता था. उसका वजन करीब 80 किलो से ऊपर था. तो घर वालों ने उसके लिए एक कुर्ता पजामा सिलवा दिया.
ये भी पढ़ें-गोल्डन ब्वॉय नीरज चोपड़ा के प्यार में 'पागल' हुई लड़कियां, किसी ने कहा 'I Love You' किसी ने...