पानीपत:पानीपत सीआईए टू की टीम ने 5 हजार के इनामी बदमाश को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी योगेश पुत्र महावीर निवासी गांव लाखु बुआना को गोवा से गिरफ्तार किया है. आरोपी योगेश पानीपत में साल 2020 में थाना सेक्टर 13/17 में दर्ज जानलेवा हमला व हत्या के एक मामले में वारदात के बाद से फरार चल रहा था. आरोपी पर सितम्बर 2022 में 5 हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया था. मामले में 15 दोषियों को मई 2022 में सजा चुकी है.
मामले की जानकारी देते हुए सीआईए टू प्रभारी इंस्पेक्टर वीरेंद्र ने बताया कि लंबे समय से फरार आरोपी योगेश की धरपकड़ के लिए उसके संभावित ठीकानों पर दबिश दी जा रही थी. पुलिस टीम को इसी दौरान गत दिनों आरोपी योगेश के गोवा में छुपे होने के बारे में विशेष इनपुट मिले. उक्त जानकारी पुलिस अधीक्षक अजीत सिंह शेखावत के संज्ञान में लेकर निर्देशानुसार सीआईए टू की टीम बाई एयर गोवा पहुंची.
मंगलवार को आरोपी योगेश को नॉर्थ गोवा में एक रेस्टोरेंट से काबू करने में बड़ी कामयाबी हासिल की गई. पूछताछ में आरोपी ने अपने बड़े भाई राकेश उर्फ राकू व अपने एक दर्जन से अधिक साथी आरोपियों के साथ मिलकर उक्त वारदात को को कबूला है. इंस्पेक्टर वीरेंद्र ने बताया कि आरोपी से पूछताछ में खुलासा हुआ. वह वारदात के बाद से गोवा में विभिन्न स्थानों पर छुपकर फरारी काट रहा था. गहनता से पूछताछ करने के बाद पुलिस टीम ने बुधवार को आरोपी योगेश को कोर्ट में पेश किया. जहां से उसे न्यायिक हिरासत जेल भेजा गया.
पुलिस ने बताया कि थाना सेक्टर 13/17 में गांव खलीला प्रहलादपुर निवासी सुरेंद्र पुत्र रूपचंद ने पुलिस को शिकायत दी थी. जिसके आधार पर मामला दर्ज किया गया था. शिकायतकर्ता ने बताया था कि उसका बड़ा भाई अजीत उर्फ जीता शराब का ठेकेदार है. शराब के ठेकों को लेकर सिवाह निवासी प्रसन्न उर्फ लंबू के कहने पर उसकी गैंग के गुर्गों द्वारा तीन बार अजीत पर जानलेवा हमला किया जा चुका है.
जिसके बाद दोनों भाइयों अपने आर्म्स लाइसेंस बनवाकर अपने पास हथियार रखने लग गए थे. साथ ही जिला पुलिस की और से गनमैन भी मिले हुए हैं व सोनीपत के गांव जूआ निवासी सागर व अमन को भी अपने साथ रखा हुआ है. 19 दिसम्बर 2020 को वह अपने भाई अजीत उर्फ जीता, ड्राइवर सागर, अमन व पुलिस की और से मिले सिपाही गनमैन दिलबाग के साथ अपनी फॉर्च्यूनर गाड़ी से नूरवाला अड्डा पर स्थित अपने शराब ठेके पर गए थे. शाम करीब 8:30 बजे ठेके से जाने लगे. तभी नूरवाला की तरफ से 4/5 युवक आए और फायरिंग करनी शुरू कर दी. आरोपियों की एक गोली भाई अजीत उर्फ जीता के कंधे पर लगी. भाई ने बचाव में अपनी लाइसेंसी रिवाल्वर से और अमन ने जीता की लाइसेंसी बंदूक से फायर किए.
आरोपियों में शामिल एक लड़का फायर करते हुए आगे की तरफ आ गया. तभी उस लड़के को गोली लगी और वही पर किया गया. उसके साथी आरोपी फायर करते हुए भागने लगे. आरोपियों की एक गोली ड्राइवर सागर को लगी. सभी आरोपी जानलेवा हमला कर मौके से फरार हो गए. भाई अजीत उर्फ जीता व ड्राइवर सागर को वह जिला के एक निजी अस्पताल में इलाज के लिये लेकर गया.
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राकेश उर्फ राकू निवासी लाखु बुआना व प्रसन्न उर्फ लंबू निवासी सिवाह ने पुरानी रंजिश के कारण साजिश के तहत अपने गैंग के गुर्गों से उन पर जानलेवा हमला करवाया है. उसको बाद में पता चला की हमलावरों में गोली लगने वाले एक युवक की मौत हो गई है. शिकायत पर थाना सेक्टर 13/17 में राकेश उर्फ राकू व प्रसन्न उर्फ लम्बू व अन्य आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 148,149,302,307,120 बी व आर्म्स एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर पुलिस टीम ने आरोपियों की धरपकड़ के प्रयास शुरू कर दिए थे. मरने वाले की पहचान मनीष उर्फ मुखिया निवासी गोयला कला के रूप में हुई थी. मामले में आरोपी के बड़े भाई राकेश उर्फ राकू व गैंगस्टर प्रसन्न उर्फ लंबू सहित 15 दोषियों को मई 2022 में जिला कोर्ट ने सजा सुना दी है.