पानीपत: हरियाणा में पहले बेमौसम बारिश और उसके बाद पिछले दिनों में बारिश और बाढ़ के कारण किसानों को काफी नुकसान हुआ है. यमुना में आई बाढ़ से तलहटी के 13 गांवों की हजारों एकड़ फसल तबाह हो गई थी. सरकार ने किसानों से नष्ट हुई फसल का ब्यौरा क्षतिपूर्ति पोर्टल पर अपडेट करने का आग्रह किया था. पानीपत जिले के इन गांवों में 165 किसानों ने 786 एकड़ फसल का ब्यौरा ही पोर्टल पर डाला है. सरकार द्वारा अब इन किसानों को ही मुआवजा राशि मिलेगा. कुछ किसानों द्वारा पोर्टल पर अपलोड की गई फसलों की स्थिति ठीक होने के रिपोर्ट भी बना ली गई है. उसे भी उच्च अधिकारियों तक भेजा जाएगा.
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बता दें कि, बापौली तहसील के नायब तहसीलदार, कानूनगो और पटवारियों द्वारा उन फसलों की मौके पर जाकर गिरदावरी की जा रही है, जिसका ब्यौरा पोर्टल पर अपलोड हुआ था. नायब तहसीलदार कैलाश चंद्र, कानूनगो नरेश कुमार और पटवारी सुरेंद्र ने द्वारा गांव नवादा आर, रामड़ा आर और सनौली खुर्द में बाढ़ से खराब हुई फसलों की गिरदावरी की गई. बापौली के नायब तहसीलदार कैलाश चंद्र ने बताया कि जिन किसानों ने क्षतिपूर्ति पोर्टल पर अपनी खराब हुई फसल का ब्यौरा दर्ज करवाया है. उनका मौके पर जाकर निरीक्षण किया जा रहा है.
जानकारी के अनुसार सोमवार या मंगलवार तक 164 किसानों ने पोर्टल पर दर्ज करवाई गई 786 एकड़ खराब फसल की गिरदावरी पूरी हो जाएगी. गिरदावरी के बाद समालखा एसडीएम और उपायुक्त पानीपत को पूरी रिपोर्ट बनाकर सौंप दी जाएगी. इसके बाद ही सरकार द्वारा मुआवजा दिया जाएगा. उन्होंने बताया कि, कुछ फसलें ऐसी भी ,हैं जो पानी उतरने के बाद खराब होने से बच गई थी.
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