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सोनीपतः डीसीआरयूएसटी में शुरू हुई इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस - sonipat news

कुलपति प्रो.राजेंद्र कुमार अनायत ने कहा कि आने वाला समय इलैक्ट्रिकल वाहनों का होगा. भविष्य में कार व अन्य उपकरणों को रिसाइकिल करके बनाया जाएगा, जिससे तेल से चलने वाली कार में लगने वाले उपकरण बनने बंद हो जाएंगे.

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डीसीआरयूएसटी में प्रारंभ हुई इंटरनेशनल कांफ्रेंस

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Published : Mar 1, 2020, 4:19 PM IST

Updated : Mar 1, 2020, 11:58 PM IST

सोनीपत: दीनबंधु छोटू राम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, मुरथल में एनटीपीसी के सहयोग से इलैक्ट्रिकल इंजीनियरिंग द्वारा 9वीं आईईईई पॉवर इंडिया इंटरनेशनल कांफ्रेंस आयोजित की गई.

कॉन्फ्रेंस में एनटीपीसी के रीजनल एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर सीपी मंडल ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की. कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलपति प्रो.राजेंद्र कुमार अनायत ने की. सीपी मंडल ने कहा कि आने वाला समय नवीनीकरण ऊर्जा का होगा, जो पर्यावरण के अनुकूल है. नवीनीकरण ऊर्जा देश के विकास में अहम योगदान देगी. कुलपति प्रो. राजेन्द्र कुमार अनायत ने कहा कि भविष्य में इलैक्ट्रिकल वाहनों की संख्या में वृद्धि होगी, जिसके लिए हमें वाहनों के चार्जिंग के पॉवर सिस्टम नेटवर्क के आधारभूत ढांचे को सुनिश्चित करना होगा. ताकि उपभोक्ता को ऊर्जा की रोजमर्रा की आवश्यक्ता की पूर्ति हो सके.

सोनीपतः डीसीआरयूएसटी में प्रारंभ हुई इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस

कुलपति प्रो.राजेंद्र कुमार अनायत ने कहा कि आने वाला समय इलैक्ट्रिकल वाहनों का होगा. भविष्य में कार व अन्य उपकरणों को रिसाइकिल करके बनाया जाएगा, जिससे तेल से चलने वाली कार में लगने वाले उपकरण बनने बंद हो जाएंगे. तेल ऊर्जा का मुख्य स्रोत नहीं होगा. उन्होंने कहा कि तेल आधारित अर्थव्यवस्था धीरे-धीरे कम होती जाएगी. अब समय इलैक्ट्रिकल कार का आ गया है, लेकिन इलैक्ट्रिक कार में लुब्रिकेंट की आवश्यक्ता नहीं होगी.

प्रो.अनायत ने कहा कि चौथी ओद्यौगिक क्रांति से काफी बदलाव आएगा. दूर दराज के क्षेत्र में रोबोट द्वारा ऑप्रेशन किए जाएगें. बैंकिंग सेक्टर एक कांस्पेट बनकर ही रह जाएगा. वर्तमान समय में भी हम पेपर करेंसी से डीजिटल करंसी की तरफ बढ़ रहे हैं. अब अधिकतर लोग ऑन लाइन पेमेंट करना पसंद करते हैं. आने वाले समय में डाटा महत्वपूर्ण हो जाएगा, जिसके पास विश्वसनीय डाटा होगा वहीं अहम होगा. उन्होंने कहा कि शोधकर्ताओं को ऊर्जा के संग्रहण कर अधिक अनुसंधान करने की आवश्यक्ता है.

यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट ऑफ ओसावा के प्रो.शेल्डन विलियम ने कहा कि इलैक्ट्रिक वाहनों की कीमत में वृद्धि का कारण बैटरी व उसके प्रबंधन उपकरण होते हैं. वर्तमान समय में बैटरी की आयु लगभग चार वर्ष है. इसलिए लोगों में इलैक्ट्रिकल वाहनों का प्रचलन बढ़ नहीं रहा. उन्होंने कहा कि हमें बैटरी की आयु को बढ़ाना होगा, ताकि जन सामान्य अधिक से अधिक इलैक्ट्रिकल वाहन खरीदने प्रारंभ कर दें.

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Last Updated : Mar 1, 2020, 11:58 PM IST

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