चंडीगढ़: हरियाणा 'टफ मैन मटेरियल' यानि मजबूत कद काठी वाले लोगों का प्रदेश माना जाता है. यही वजह है कि यहां के खिलाड़ियों खासकर पहलवानों का पूरी दुनिया में डंका बजता है. लेकिन इसका एक स्याह पहलू भी है. एक तरफ जहां यही धरती खेलों में मेडल उगल रही है, वहीं दूसरी तरफ यहां पैदा होने वाले यही होनहार खिलाड़ी अपराध की दुनिया में कदम रखकर खौफ का साम्राज्य चला रहे हैं. सबसे हैरान करने वाली बात ये है कि अपराध की दुनिया में वो लोग भी आ रहे हैं जो कभी बेहतरीन खिलाड़ी हुआ करते थे.
खेल के मैदान से क्राइम की दुनिया में आने वाले हरियाणा के खिलाड़ियों की लिस्ट लंबी है. मशहूर पहलवान सुशील कुमार सागर हत्याकांड में जेल के अंदर है. हलांकि सुशील कुमार मूल रूप से हरियाणा का नहीं है लेकिन उनका रिश्ता और पहचान हरियाणवी पहलवान के रूप में रही है. पहलवान नैना कैनवाल की गिरफ्तारी के बाद एक बार फिर खिलाड़ियों के इस क्राइम कनेक्शन ने सबको हैरान कर दिया है. हलांकि ये बात यहां पर साफ करना जरूरी है कि नैना का कोई क्राइम रिकॉर्ड नहीं है. यहां पर दिये जा रहे बाकी अपराधियों से उनकी तुलना नहीं हो सकती क्योंकि वो हार्डकोर क्रिमिनल हैं. आइये आपको बताते हैं वो कुछ नाम, जो शोहरत और दबंगई के लिए खेल छोड़कर गुनाह के खिलाड़ी बन गये.
अक्षय पलड़ा- हरियाणा का सोनीपत जिला इन दिनों गैंगस्टरों का गढ़ बना हुआ है. इसी जिले का एक अपराधी है अक्षय. गांव का नाम है पलड़ा. अक्षय पलड़ा गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई की गैंग में सबसे कम उम्र के अपराधियों में शामिल है. हत्या के मामले में पहली बार वो जब गिरफ्तार हुआ तो उमकी उम्र महज 15 साल थी. इसलिए उसे हिसार के बाल सुधार गृह में भेजा गया. लेकिन वो नाबालिग होने के बावजूद 17 कैदियों के साथ फरार हो गया. उम्र से ज्यादा अक्षय पलड़ा पर 33 से ज्यादा संगीन मामले दर्ज हैं. 18 अक्टूबर 2022 को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने भी अक्षय के घर पर दबिश दी थी. अक्षय पलड़ा हरियाणा का एक युवा पहलवान रहा है. बड़ी प्रतियोगिताओं में नाम कमाने से पहले ही वो क्राइम की दुनिया में पहुंच गया.
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प्रसन्न उर्फ लंबू- हरियाणा का कुख्यात गैंगस्टर प्रसन्न उर्फ लंबू कभी बेहतरीन फुटबॉल खिलाड़ी था. लंबू स्टेट लेवल तक मैच खेला है लेकिन बाद में उसके रास्ते बदल गये. वो डॉन बनकर पैसा और शोहरत कमाने की राह पर निकल पड़ा. लंबू मजबूरी में नहीं बल्कि शौक में अपराधी बना. प्रसन्न पानीपत के शिवा गांव का रहने वाला है. उस पर पहला मुकदमा 16 साल की उम्र में दर्ज हुआ था. लंबू के ऊपर लूट, फिरौती और हत्या समेत करीब दो दर्जन मामले दर्ज हैं. लंबू का खौफ इतना है कि कई जेल उसे अपने यहां रखने से इनकार कर चुकी हैं. फिलहाल वो जींद जेल में बंद है.
विक्की बॉक्सर- नेशनल बॉक्सर रहा विक्की रोहतक का रहने वाला है. उसने 2009 में जूनियर नेशनल बॉक्सिंग चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीता था. होनहार खिलाड़ी रहे विक्की को आखिरकार खेल रास नहीं आया और बदमाश बन गया. उसके ऊपर हत्या और समेत करीब दर्जन भर मामले दर्ज हैं. विक्सी पर आरोप है कि उसने रोहतक के छोटूराम कॉलेज में एक लॉ स्टूडेंट की हत्या की थी.