हरियाणा

haryana

ETV Bharat / state

हरियाणा के दो कुख्यात गैंगस्टर, कभी थे जिगरी यार, आज हैं एक दूसरे के खून के प्यासे - पानीपत क्राइम न्यूज

हरियाणा इस वक्त कई खूंखार गैंगस्टरों और अपराधियों की पनाहगाह बन चुका है. यहां के कुख्यात बदमाश दिल्ली एनसीआर समेत कई इलाकों में खौफ का पर्याय बने हुए हैं. ऐसा ही कहानी पानीपत के चुलकाना गांव के दो दोस्तों की भी है. पानीपत में दोनों के बीच होने वाली गैंगवार (Gang War in Panipat) पुलिस के लिए सिरदर्द बनी हुई है. एक दूसरे के खून के प्यासे ये दोस्त कभी जिगरी यार हुआ करते थे. एक वारदात से दोनों कट्टर दुश्मन हो गये.

Panipat Chulkana Village
Panipat gangster Rishi Chulkana

By

Published : May 31, 2023, 7:59 AM IST

Updated : May 31, 2023, 11:12 AM IST

पानीपत: हरियाणा का पानीपत जिला अपनी टेक्सटाइल इंडस्ट्री और खाटू श्याम बाबा मंदिर के लिए तो मशहूर है ही. उसके साथ ही यहां पैदा हुए कई कुख्यात बदमाश भी काफी चर्चा में रहे हैं. पानीपत के चुलकाना गां की गैंगवार पुलिस के लिए सिरदर्द बनी हुई है. हरियाणा के कुख्यात गैंगस्टर में गिने जाने वाले दिनेश चुलकाना के एनकाउंटर के बाद 2006 में उसकी गैंग को चलाने वाले दो गुर्गों में जो जंग छिड़ी वो आज तक एक जारी है. कभी जिगरी दोस्त रहे ये दोनो गैंगस्टर आज एक दूसरे के खून के प्यासे हैं.

हम बात कर रहे हैं पानीपत के गैंगस्टर ऋषि चुलकाना और रवि कमांडो की. ऋषि चुलकाना और रवि दोनों ही गैंगस्टर दिनेश चुलकाना के शूटर हुआ करते थे. इसी दौरान 2004 में ऋषि ने रवि कमांडो के परिवार के ही एक सदस्य रमेश की हत्या कर दी. उस समय दिनेश चुलकाना जिंदा था तो उसने दोनों में समझौता करवाकर मामले को निपटा दिया. 2006 में दिनेश का एनकाउंटर हुआ तो उसके बाद रवि और ऋषि दोनों गैंग को चलाने लगे.

पानीपत के चुलकाना गांव के रहने वाले हैं गैंगस्टर रवि और ऋषि.

गैंगस्टर रवि कमांडो और ऋषि के बीच आपस में समझोता तो हो चुका था. इस बीच पुलिस ने ऋषि को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार करने के बाद कई साल चले केस के में ऋषि को रमेश की हत्या के मामले में सजा हो गई. 9 साल जेल में रहने के बाद ऋषि पाल जेल से बाहर आया और फिर अपराध की दुनिया में सक्रिय हो गया. ऋषि ने जेल से बाहर आने के बाद हत्या से लेकर फिरौती जैसे कई बड़े मामलों को अंजाम दिया. इसी बीच ऋषि चुलकाना ने गांव के ही रहने वाले सोमपाल की अपने गुर्गों से हत्या करवा दी. एक हफ्ते बाद ही वह गांव के ही रहने वाले सोमपाल के भाई की हत्या की प्लानिंग करने लगा.

ये भी पढ़ें-हरियाणा का बहुरुपिया गैंगस्टर, पुलिस की वर्दी में करता था वारदात, खौफ ऐसा कि जेल से बना निर्विरोध सरपंच

सोमपाल की हत्या के बाद पुलिस ने ऋषि चुलकाना पर 50 हजार का ईनाम घोषित कर दिया. सोमपाल की हत्या के से ऋषि चुलकाना और रवि दोनों एक दूसरे के कट्टर दुश्मन बन गए क्योंकि रमेश हत्याकांड रवि का परिवारिक मामला था और सोमपाल रमेश का चचेरा भाई था. इस वारदात के बाद अब दोनों एक दूसरे के खून के प्यासे हो चुके थे. रवि ने अपनी गैंग अलग बना ली और ऋषि ने अलग. एक ही गांव की दोनों गैंग के बीच खूनी जंग का सिलसिला आज भी जारी है. कहा जा रहा है कि दोनों की आपसी गैंगवार में अब तक 10 से ज्यादा लोगों की हत्या हो चुकी है.

जेल में बंद होने के बाद भी दोनों गुटों में गैंगवार होती रहती है.

ऋषि पाल ने एक के बाद एक बड़े क्राइम करने शुरू कर दिए. कहा जा रहा है इक दौरान ऋषि पाल ने समालखा के पूर्व विधायक भरत सिंह छोकर से फिरौती की मांग की और जान से मारने की धमकी दे डाली. इसी बीच पानीपत के समालखा कस्बे के बल्ले ढाबे पर कांग्रेसी नेता देवराज चोपड़ा और उसके बेटे को गोली मार दी गई. जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए. 17 से ज्यादा मामलों में वांछित रवि कमांडो को पुलिस ने आखिरकार गिरफ्तार कर लिया.

करनाल पुलिस ने मेरठ रोड पर 29 अगस्त 2018 को ऋषि पाल को 8 बंदूकों के साथ पकड़ा. अब दोनों ही अपनी गैंग के गुर्गो से एक दूसरे के गैंग पर हमला करवाते रहते हैं. 2021 में ऋषि चुलकाना गैंग के सदस्यों ने हुक्का पी रहे रवि के गुर्गे पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दी थी उसके बाद रवि कमांडो गैंग ने चाकू से गोदकर ऋषि चुलकाना के गुर्गे की हत्या कर दी थी. दोनों अपराधियों पर 20 से ज्यादा हत्या, फिरौती और अपहरण जैसे गंभीर मामले दर्ज हैं. फिलहाल दोनों गैंगस्टर जेल में हैं.

ये भी पढ़ें-हरियाणा का वो गैंग्स्टर जिसपर दर्ज थे 84 केस, 72 जेलों में बिताए 25 साल, आज भी बंदूक लेकर घूमता है लेकिन करता है ये काम

Last Updated : May 31, 2023, 11:12 AM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details