दोस्त की हत्या करने वाली युवती को उम्र कैद की सजा. पानीपत: बुधवार को पानीपत कोर्ट ने हत्या की वारदात को अंजाम देने वाली शातिर युवती को उम्रकैद और 70 हजार रुपए जुर्माने की सजा सुनाई. दोषी युवती ने प्रेमी के साथ मिलकर सितंबर 2017 में एक लड़की की हत्या कर दी थी. पहचान छिपाने के लिए मृतक के चेहरे पर एसिड डाल दिया था. हैरान करने वाली बात ये है कि उस लड़की की हत्या सिर्फ इसलिए की गई ताकि उसकी जगह वो खुद को मृत दिखा सके.
हत्या के बाद दोषी ज्योति ने अपने जरूरी कागजात और पहचान पत्र मृतक लड़की के शव के पास रख दिए और शव को अपने कपड़े पहना दिये ताकि लोग उसे ही मरा हुआ समझ लें. वारदात को अंजाम देकर लड़की अपने प्रेमी के साथ फरार हो गई थी. लेकिन कहते हैं कानून के हाथ लंबे होते हैं जो मुजरिम के गिरेबान तक पहुंच ही जाते हैं. आखिरकार वही हुआ. दोषी लड़की ज्योति और उसका प्रेमी कृष्ण पुलिस के हत्थे चढ़ गए और सारी वारदात का खुलासा हो गया.
आइये आपको अब पूरा मामला विस्तार से समझाते हैं. ये असली कहानी किसी सस्पेंस थ्रिलर फिल्म से भी सनसनीखेज है. दरअसल पानीपत के एसडी कॉलेज के बीए तृतीय वर्ष के छात्र एवं एनएसएस के इंचार्ज कृष्ण और आर्य कॉलेज की बीए तृतीय वर्ष की छात्रा ज्योति के बीच प्रेम प्रसंग था. दोनों के परिजन शादी से इनकार कर रहे थे. जब लाख कोशिशों के बाद भी परिजन नहीं माने तो दोनों ने टीवी पर क्राइम सीरियल देखकर एक प्लान बनाया. प्लान ये था कि ज्योति जैसी कद काठी की दूसरी लड़की की हत्या कर दी जाए ताकि वो खुद को मृत दिखा जा सके. इसके बाद फिर दोनों प्रेमी प्रेमिका शादी कर लेंगे.
ये भी पढ़ें-सोनीपत में दिनदहाड़े गोली मारकर युवक की हत्या, वारदात के बाद आरोपी फरार
हत्या के लिए एक लड़की की तलाश- इसी प्लान को अंजाम देने के लिए ज्योति ने प्रेमी कृष्ष के साथ मिलकर हत्या के लिए खुद के ही कॉलेजों में अपने जैसी कद काठी की लड़की की तलाश करना शुरू कर दिया. प्रेमी कृष्ण ने अपने एनसीसी कैडेट सिमरन से मुलाकात की. दोनों ने उससे अच्छी दोस्ती कर ली. वह कद काठी में हू-ब-हू ज्योति जैसी लगती थी. उसके बाद 5 सितंबर 2017 को कृष्ण ने कॉलेज की बीए द्वितीय वर्ष की छात्रा और एनसीसी की कैडेट सिमरन को जीटी रोड पर गोशाला मंदिर के कमरे में ये कहकर बुलाया कि नाटक की रिहर्सल करनी है.
सिमरन के साथ ही बीएससी तृतीय वर्ष के छात्र व गढ़ी छाजू निवासी मंजीत को भी ये कहकर बुलाया गया कि कैंप लगाया जाएगा और मिलिट्री के ऑफिसर भी आएंगे. लेकिन मंजीत री-अपीयर का फार्म भरने की बात कहकर कॉलेज लौट आया. जब वो दूसरी बार वहां लौटा तो कमरा बंद मिला. इससे पहले ज्योति और कृष्ण सिमरन को नशीली कोल्ड ड्रिंक पिलाने के बाद गला घोंटकर हत्या कर चुके थे. ज्योति ने अपने कपड़े भी सिमरन को पहना दिए. उसके बाद चेहरे पर तेजाब डाल दिया ताकि उसकी पहचान ना हो सके. मौके पर ज्योति ने अपना कॉलेज का आई कार्ड, जरूरी कागजात और मोबाइल फोन भी छोड़ दिया. उस वक्त तक परिजनों ने उस शव को ज्योति का मानकर अंतिम संस्कार भी कर दिया. लेकिन पिक्चर अभी बाकी थी.
ऐसे हुआ खुलासा- सिमरन की हत्या के बाद ज्योति और कृष्ण दोनों शिमला भाग गये. दोनों शिमला के एक होटल में रुके हुए थे. 7 सितंबर को पुलिस ने शव की तस्वीर मृतक सिमरन के पिता अशोक दुबे को दिखाई, जिसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट पानीपत थाने में दर्ज थी. उसने बेटी की पहचान की. इसके बाद पुलिस को शक हुआ.पानीपत के थाना चांदनीबाग पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज किया. आरोपी ज्योति और उसके प्रेमी कृष्ण की तलाश शुरू हुई. कृष्ण के फोन की लोकेशन शिमला में मिली. पुलिस ने तुरंत दोनों को शिमला के रॉयल होटल से गिरफ्तार कर लिया. आरोपी कृष्ण की 2020 में जेल के अंदर अज्ञात कारण से मौत हो गई.
कोर्ट ने 28 मार्च 2023 को 26 लोगों की गवाही के बाद ज्योति को दोषी करार दिया और आज उम्रकैद और 70 हजार रुपए जुर्माने की सजा सुनाई. मृतक सिमरन की मां उषा दुबे ने बताया कि आज उनकी बेटी को इंसाफ मिला है. उनकी बेटी को तो कुछ भी मालूम नहीं था और उसके साथ इतनी बड़ी साजिश रची गई.
यह भी पढ़ें-सीएम सिटी में बेखौफ बदमाश, बीच बाजार ट्रैवल एजेंट को गोली मारकर फरार