पानीपत में राशन विक्रेता मृत लोगों के नाम पर राशन की कालाबाजारी कर रहे हैं. शिकायत मिलने पर इसका खुलासा हुआ है. पानीपत:जिले में ऐसे कई गरीब व जरूरतमंद हैं, जो राशन कार्ड बनवाने के लिए सरकारी विभाग के चक्कर लगा रहे हैं, वहीं राशन विक्रेता (Panipat depot operators) मृत लोगों को राशन बांट रहे हैं. आपको यह जानकार अजीब लग रहा होगा, लेकिन यह सच है. दरअसल, पानीपत जिले में कई साल पहले मौत होने के बावजूद मृतकों के नाम सरकारी रिकार्ड में दर्ज कर उनके नाम पर गरीबों के राशन पर डाका (fraud in ration depot in panipat) डाला जा रहा है. ऐसे डिपो संचालकों के खिलाफ सीएम विंडो पर शिकायत करने पर इसका खुलासा हुआ है.
अब विभाग (District Food and Supplies Controller in Panipat) ऐसे डिपो संचालकों पर शिकंजा कसने का दावा कर रहा है. जिला खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रक जितेश गोयल ने बताया कि उन्हें इस संबंध में शिकायत मिली थी कि डिपो संचालक मृत लोगों के नाम पर राशन की सप्लाई ले रहे हैं. डिपो संचालकों ने अपने रिकॉर्ड में इन्हें आवंटित दिखा रखा है. बोहली गांव निवासी गुरप्रीत ने डिपो संचालक भूपेंद्र के खिलाफ जिला एवं खाद्य आपूर्ति विभाग को शिकायत दी थी.
गुरप्रीत ने बताया कि डिपो संचालक भूपेंद्र पिछले कई सालों से मृत लोगों का भी राशन डकार रहा है. विभाग ने जब इस पर कोई कार्रवाई नहीं की तो उन्होंने इसकी शिकायत सीएम विंडो पर दी. सीएम विंडो पर शिकायत देने के बाद विभाग हरकत में आया. उन्होंने एक कमेटी बनाकर इसकी जांच की तो शिकायत सही पाई गई. डिपो होल्डर भूपेंद्र सिंह इसमें दोषी पाया गया. इस पर विभाग ने कार्रवाई करते हुए डिपो संचालक को निलंबित कर दिया है. आरोपी से रिकवरी करने के भी आदेश दिए हैं.
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20 मृतकों के नाम पर उठाया राशन:डिपो संचालक 20 मृतकों के नाम पर राशन उठा रहा था, जिनकी मौत कई साल पहले ही हो चुकी थी. गांव बोहली का डिपो होल्डर भूपेंद्र सिंह गांव की शेरा देवी, मुल्क राज, मोहब्बत सिंह, हरबंस सिंह, करतार, मालक सिंह, विमला, सिंगार राम, शेर चंद्र, सुरजीत कौर, अतु राम, चरणजीत सिंह, बलविंदर सिंह, जसवंत सिंह, गुलजार सिंह, इंद्रपाल सिंह, गुलाब सिंह, केसर चंद, देशराज और टहल सिंह की मौत होने के बावजूद इनके नाम पर लगातार राशन उठा रहा था. मृतकों के नाम पर विभाग से नियमित सप्लाई आ रही थी. इनमें से किसी की मौत हुए 5 साल हो चुके हैं तो किसी की मौत 6 वर्ष पहले हो चुकी है.
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खुलासा होने पर विभाग की सफाई:जिला खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रक जितेश गोयल ने बताया कि जैसे ही मामला उनके संज्ञान में आया उन्होंने तुरंत कमेटी बनाकर मामले की जांच के आदेश दिए थे. शिकायत में लगाए गए आरोप सही पाए गए हैं. इस मामले में डिपो होल्डर दोषी पाया गया, जिसकी सप्लाई रोकने के आदेश जारी कर दिए गए हैं. अब दूसरे डिपो होल्डर को सप्लाई दी जा रही है. जितेश गोयल ने बताया कि उन्होंने एक टीम बनाई है. जो ऐसे डिपो होल्डर की जांच कर रही है, जो मरे हुए लोगों के नाम पर राशन मंगवा रहे हैं. अब विभाग ऐसी गड़बड़ी को रोकने के लिए फैमिली आईडी से ही राशन का आवंटन करेगा.