पानीपत: उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम (UHBVN) को बिल कलेक्शन कंपनी ने 28 लाख 52 हजार रुपये का चूना (fraud with uttar haryana bijli vitran nigam) लगाया है. दरअसल, बिजली निगम ने उपभोक्ताओं से बिजली बिल कलेक्शन करने का काम निजी कंपनी को दिया था. खबर है कि कंपनी ने चार साल तक तो सही से काम किया. जब काम अवधि पूरी होने वाली हुई, तब कंपनी उपभोक्ताओं से रुपए लेकर फरार हो गई.
बिजली निगम ने इसकी शिकायत पुलिस को दी है. शिकायत के आधार पर जिले के चार संबंधित थानों (इसराना, मतलौडा, किला थाना और समालखा) में केस दर्ज किया गया है. पानीपत की इसराना थाना पुलिस को सब-डिवीजन के SDO रामेंद्र मलिक ने E-Pay Infoserve Pvt. Ltd. पर केस दर्ज करवाया है. उन्होंने बताया कि कंपनी ने उपभोक्ताओं से बिलों की राशि लेकर विभाग के खाते में पैसे नहीं डलवाए. कंपनी के अधिकारी केपी सिंह पर फर्जीवाड़े का आरोप है.
रामेंद्र मलिक ने कहा कि कंपनी से 2 जून 2017 को उपभोक्ताओं के बिजली बिलों की राशि एकत्रित करके विभाग में जमा करवाने का काम दिया था, लेकिन इस कंपनी ने अक्तूबर 2021 में उपभोक्ताओं से बिलों की राशि लेकर विभाग में जमा नहीं करवाई. आरोपी ने 2 लाख 57 हजार 392 रुपए का गबन कर लिया. ऐसे ही मतलौडा थाना पुलिस को दी शिकायत में मतलौडा डिविजन के SDO ने बताया कि मतलौडा क्षेत्र में भी बिजली उपभोक्ताओं से बिल की राशि एकत्रित करने का काम E-Pay infoserve कंपनी को दिया गया था. जिस कंपनी का ओवरऑल इंचार्ज केपी सिंह है. कंपनी ने कुल 23 लाख 55 हजार 150 रुपये का घोटाला किया है.
किला थाना पुलिस को दी शिकायत में किला डिवीजन के SDO ने बताया कि उनके एरिया में भी इसी कंपनी को उपभोक्ताओं से बिल राशि इकट्ठा करने का काम दिया गया था. कंपनी ने किला डिवीजन के अंर्तगत बिजली उपभोक्ताओं से 2 लाख 18 हजार 727 रुपये लिए. इन रुपये को कंपनी ने UHBVN में जमा नहीं करवाया. इसी तरह समालखा एरिया में 21 हजार 84 रुपए कंपनी ने बिजली निगम के खाते में जमा नहीं करवाए. पुलिस के मुताबिक कंपनी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है. जल्दी ही आरोपी को गिरफ्तार कर पूछताछ की जाएगी.