पानीपत/रुड़की:कहते हैं मन में कुछ कर गुजरने का जज्बा हो तो मंजिल आसान हो जाती है और राहों में चुनौतियां छोटी होती जाती हैं. ये पंक्तियां पानीपत की साइना जो इन दिनों रुड़की में ई-रिक्शा चलाकर अपने परिवार का पेट पाल रही हैं उन पर सटीक बैठती हैं. साइना तमाम चुनौतियों के बीच ऑटो चलाकर परिवार को बेहतर जिंदगी देने में लगी हैं.
ये भी पढ़ें:पानीपत सड़क हादसे में समालखा विधायक के दो रिश्तेदारों की मौत
साइना आज आधी आबादी के लिए नजीर बन चुकी हैं. समाज के तानों की परवाह किए बगैर उन्होंने अपनी राह खुद चुनी है. वहीं इस राह पर उनके पैर कभी नहीं लड़खड़ाए, आज वे अपने परिवार का अच्छे ढंग से भरण-पोषण कर रही हैं. साइन ने बताया कि पति के देहांत के बाद बच्चों की अच्छी परवरिश देने के लिए ई-रिक्शा चलाना शुरू किया तो लोगों ने मजाक भी बनाया.